भाजपा सरकार ने पांच सालों में बनाया किसानों की मौतों का इतिहास-धारीवाल

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Published on : 18 Oct, 18 03:10

नोटबंदी, जीएसटी व महंगाई से व्यापारियों का निपटा दिया व्यापार रसोई गैस, डीजल पेट्रोल के दामों ने मध्यम वर्ग का बिगाडा घर का बजट

भाजपा सरकार ने पांच सालों में बनाया किसानों की मौतों का इतिहास-धारीवाल कोटा। प्रदेश भाजपा सरकार ने केंद्र की किसान विरोधी नितियों का अपनाकर प्रदेश के किसानों को खेत से रोड पर ला दिया। सरकार की गलत कृषि व विपणन प्रणाली के चलते किसान साल 2013 से लेकर साल 2018 के दरमियान खेती किसानी को छोडने को मजबूर हो गया। जिस सरकार ने पिछले विधानसभा चुनाव में किसानों को उपज का 50 फीसदी लाभकारी मूल्य देने की बात कही थी उसने ही किसानों को जहर खाने और आत्महत्या के लिए उकसाया। प्रदेशभर में सैकडों किसानों ने महाराष्ट्र, आंधप्रदेश व मध्यप्रदेश की तरह उपज का उचित दाम नहीं मिलने से मायूस होकर मौत को गले लगाया। हाडौती में तो साल 2014 से अब तक 72 किसानों की मौतें हुई। कई किसानों ने मंडी में उपज का औने पौने दाम सुनकर सदमें दम तोडा, और अधिकतर किसानों ने खेतों में जाकर सल्फॉस खाकर कीटनाशक पीकर आत्महत्या की। लेकिन इस सरकार ने किसानों को संबल प्रदान नहीं किया बल्कि किसानों की मौतों का इतिहास बनाया।
यह बात मंगलवार को पूर्व स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने विधानसभा चुनाव तैयारी की वार्ड 17 में बूथ स्तर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक लेते हुए कही। इस बैठक में गुलाबबाडी व कोलीपाडा के बूथ स्तर के कार्यकर्ता उपस्थित थे। जिनसे पूर्व मंत्री धारीवाल ने आव्हान किया कि वह जहां भी बैठे, जहां भी बाजार में आए जाए वहां पिछली कांग्रेस की केंद्र में मनमोहन व राज्य की गहलोत सरकार की योजनाओं की चर्चा करते हुए आमजन को कांग्रेस की सरकारों की जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराने को कहा। धारीवाल ने कहा आमजन मन बना चुका है भाजपा की भ्रष्टाचारी व जन विरोधी सरकार को वह दिसंबर माह में उखाड फैंकेगा।

सबका धंधा हुआ मंदा
पूर्व मंत्री शांति धारीवाल ने इस बैठक के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी पर निशाना साधा। कहा मोदी सरकार में महंगाई चरम पर है। मोदी ने नोटबंदी करके व जीएसटी लगाकर आमजनता की कमर तोड की है साथ सबसे ज्यादा नुकसान व्यापारियों को हुआ है जिनके छोटे-बडे सब व्यापार धंधे ठप्प हो गए इस सरकार ने व्यापारियों को निपटा कर छोड दिया। आज भी नोटबंदी व जीएसटी के कारण व्यापार पटरी पर नहीं आया है। साथ महंगाई से मध्यम वर्ग लगातार परेशान हो रहा है। रसोई गैस व डीजल-पेट्रोल के दाम सातवें आसमान पर पहुंच गए है। ऐसे में मध्यम वर्ग का घर का सारा बजट गडबडा गया है। जो अब भाजपा की केंद्र व राज्य की सरकार को कोस रहा है। और वह अब कांग्रेस में राहत दिलवाने का विश्वास दिखाकर भाजपा की वसुंधरा व मोदी सरकार को विधानसभा व लोकसभा चुनाव में सबक सिखाएगा।
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