प्रतापगढ जिले के लिए मौसम आधारित कृषि परामर्श

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Published on : 10 Oct, 18 04:10

प्रतापगढ जिले के लिए मौसम आधारित कृषि परामर्श मौसम विज्ञान विभाग, जयपुर से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर आगामी ५ दिनों में प्रतापगढ जिले में आसमान में हल्के बादल छाये रहने की संभावना है। हवा की गति ३ से ६ किलोमीटर प्रतिधण्टा के वेग से पुर्वी से दक्षिणी पश्चिमी दिशा से चलने तथा अधिकतम तापमान ३५ से ३६ एवं न्यूनतम १९ से २० डिग्री से. रहने के साथ साथ वायु में आर्दता की मात्रा अधिकतम ७८ से ८९ प्रतिशत तक एवं न्यूनतम २३ से ३० प्रतिशत रहने की सम्भावना है।
अगले पाँच दिनों के मौसम के पूर्वानुमान के आधार पर किसान भाईयों को सलाह दी जाती है किः
मक्का में भुटटो का रंग हरे से भुरा हो जाने पर मक्का की कटाई शुरु करें।
मूंग व उडद में फलिया पकने पर तुडाई करना शुरु करें।
सोयाबीन कि फसल पकने पर कटाई शुरु करें।
अगेती रबी फसलों की तैयारी के लिए खेत की जुताई करने के तुरन्त बाद पाठा लगाये ताकि मिट्टी में नमी बनी रहें।
फसल की कटाई कर खेत की जुताई कर मृदा में नमी को सरंक्षित करें । सरसों व चना की बुवाई प्रारम्भ करें। बीजों की बुवाई से पूर्व बीजों को २ ग्राम मैन्कोजेब या ३ ग्राम थाइरम प्रति किलो बीज की दर से उपचारित करके ही बोये। चने व सरसों की बुवाई हेतु यह उपयुक्त समय है, अतः १५ अक्टुंबर से पहले शीघ्र बुवाई करे ।
चना- जीएनजी-१४६, आरएसजी-४४, आरएसजी-८८८, आरएसजी-९०२, आरएसजी-८९५ एवं प्रताप चना -१।
सरसों- आरजीएन-७३, बायो-९०२ (पूसा जय किसान), आशिर्वाद, आरएच-९३०४ (वसुन्घरा), आरएच-९८०२ ( स्वर्णज्योति) एवं आरएच-८८१२ (लक्ष्मी)।
अजवाइन की बुवाई करें। इसकी उन्नत किस्म प्रताप अजवाइन-१ है।
रबी में प्याज की फसल के लिए प्याज की नर्सरी इसी माह में तैयार करें, प्रमुख किस्में- पजाब सफेद गोल, उदयपुर १०२, नासिक रेड। बीज दर १० किलो प्रति हेक्टर।
पतागोभी, फूलगोभी एंव बैंगन की पौध तैयार करें।



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