फोर्टिस जेके हॉस्पिटल उदयपुर में विष्व हृदय दिवस पर विशेष छूट

( 21601 बार पढ़ी गयी)
Published on : 01 Oct, 18 08:10

फोर्टिस जेके हॉस्पिटल उदयपुर में विष्व हृदय दिवस पर विशेष छूट

उदयपुर। विष्व हृदय दिवस पर फोर्टिस जेके हॉस्पिटल के कार्डियक साइंस विभाग द्वारा संगोश्ठि का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सभी डॉक्टरर्स उपस्थित रहे। कार्डियोलॉजी विभाग के हेड डॉ. सीपी पुरोहित ने बताया कि विष्व ह्रदय दिवस २०१८ की थीम ’’माई हार्ट योर हार्ट‘‘ को आधार मानकर कार्डियोंवास्कूलर बीमारियों के प्रति जागरूकता के लिए विष्वभर में ह्रदय रोग के प्रति जोखिम को कम करने के जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। हर साल दुनिया भर में १७.५ मिलियन मौतो का कारण हृदय रोग से जुडी बिमारीयां है। विष्व में सबसे अधिक मृत्यु का कारण ही हृदय रोग है। जो की ह्रदय की प्रमुख धमनियों में ब्लॉकेज के कारण होता है। धमनियों में रक्त के प्रवाह को बनाए रखने के लिए खानपान व दिनचर्या में बदलाव करना जरूरी होता है।

आए दिन सुनने में आता हैं कि अमुक व्यक्ति के ७०-८० प्रतिषत ब्लॉकेज है। सवाल उठता है कि यह ब्लॉकेज क्या है? दरअसल जब ह्रदय तक रक्त पहुंचाने वाली रक्त वाहिनीयों में जमाव हो जाता है तो इसे ब्लॉकेज कहते हैं। जब यह जमाव ७० प्रतिषत से अधिक हो जाता हैं तो व्यक्ति को छाती म बायी ओर दर्द होने लगता हैं इस जटिलता में धमनियों में रक्त के कतरे जम जाते हैं इस तरह ह्रदय तक खून व ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती है और ह्रदय की मांसपेषियां मरने लगती हैं। हृदय कमजोर हो जाता है, इस वजह से सांस फूलना, पैर और मुंह पर सूजन आना, ह्रदय गति का अधिक तेज होना जैसे लक्षण होने लगते है।

ह्रदय के ब्लॉकेज को पता करने की विधि को कार्डियक कैथेटराइजेषन, कार्डियक कैथ या कोरोनरी एंजियोग्राम भी कहते हैं। कार्डियेक एंजियोग्राफी के दौरान हृदय की रक्त धमनियों में कैथेटर (एक ट्यूब) के माध्यम से आफ हाथ या जांध (ग्रॉइन) की रक्त-धमनी के सबसे ऊपरी हिस्से द्वारा कैथेटर डाला जाता है इसे आफ हृदय तक पहुंचाया जाता है। कैथेटर के माध्यम से डाई डाली जाती है तथा एक्स-रे लिए जाते हैं।

रक्त धमनियों के संकरा होने को कारण सीने में दर्द या हृदय आघात हो सकता है। यदि आफ हृदय की रक्त धमनियाँ संकरी हैं तो कार्डियक एंजियोप्लास्टी किया जा सकता है, इसे पीटीसीए (परकुटेनियस ट्रांसलुमिनल कोरोनरी एंजियोप्लास्टी) या बैलून एंजियोप्लास्टी भी कहा जाता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से रक्त प्रवाह बेहतर बनाने के लिए कैथेटर के अन्दर से बैलून ले जाकर रक्त-धमनी खोला जाता है। रक्त-धमनी को खुला रखने के लिए एक स्टेंट लगाया जा सकता है, यह एक छोटा, तार की नली नुमा उपकारण होता है। अत्याधुनिक चिकित्सा पद्वति में दवा वाले स्टेंट का उपयोग किया जाता है जिससे पुनः ब्लॉकेज की सम्भावना कम हो जाती है। फोर्टिस जेके हॉस्पिटल में प्रदेष की सबसे अनुभवी हृदयरोग विषेशज्ञ की टीम के साथ, अत्याधुनिक कैथलेब की सुविधा व डे केयर एंजीयोग्राफी की त्वरित सुविधा २४ घण्टे उपलब्ध है।

इस अवसर पर दिनंाक २९ सितम्बर से १५ अक्टूबर तक हृदय रोगियों के लिए विषेश छूट दी जा रही है। ओपीडी का समय प्रातः १०.०० से २.०० व सायः २.०० से ४.०० बजे तक रहेगा। परामर्ष हेतु ह्रदय रोग विषेशज्ञ डॉ सी. पी पुरोहित, डॉ. हरिष सनाढ्य एवं डॉ दीपक आमेंटा ह्रदयरोग सर्जन डॉ जी चन्द्रषेखर नियमित सेवाऐं देगें।


साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.