बैंकों की उत्कृष्ट सेवा गुणवत्ता से देश एवं अर्थव्यवस्था का सही मायनों में विकास संभव - डॉ. भरत कुमार जोशी

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Published on : 28 Sep, 18 09:09

मोहनलालसु सुखाडिया विश्वविद्यालय में हुआ बैंकों द्वारा प्रदत्त सेवा गुणवत्ता विषय पर अध्ययन

   बैंकों की उत्कृष्ट सेवा गुणवत्ता से देश एवं अर्थव्यवस्था का सही  मायनों में विकास संभव - डॉ. भरत कुमार जोशी उदयपुर बैंकिग सेक्टर भारतीय अर्थव्यवस्था का अभाज्य घटक है।, जो अर्थव्यवस्था को सुचारू रूप से चलने में सहायक है, बैकों द्वारा जनसामान्य, व्यवसाय, कृषि आदि के पैसों की आवश्यकताओं को साख के माध्यम से पूर्ण करती है, देश में बैंको द्वारा ग्राहकों उत्कृष्ट सेवा गुणवत्ता प्रदान करने से ही देश का समूल रूप विकास संभव है, क्योंकि उत्कृष्ट बैंकिग सेवा एवं देश की अर्थव्यवस्था का आपस में गहरा सम्बन्ध है,
मोहनलालसुखाडिया विश्वविद्यालय के कॉमर्स विभाग के भरत कुमार जोशी ने बैंकिंग एवं व्यावसायिक अर्थशास्त्र विभाग में ‘‘दक्षिणी राजस्थान में सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के बैंकों द्वारा प्रदत्त सेवा गुणवत्ता का अध्ययन’’ विषय का अध्ययन कार्य राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय उदयपुर के सह आचार्य डॉ. राकेश कुमार दशोरा के निर्देशन में यह पाया कि ग्रामीण भागों में विशेषतौर पर दक्षिणी राजस्थान के आदिवासी बहुमूल जिलों में बैंकों द्वारा दी जा रही सेवाओं में बढोतरी करने की जरूरत है, बैंको द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं को अधिक पारदर्शी एवं समाजोपयोगी बनाने की आवश्यकता है।
डॉ. जोशी ने सर्वक्वुअल मॉडल के वास्तविकता, विश्वसनीयता, आश्वासन, जवाबदेहिता एवं सहानुभूति घटकों के माध्यम से ग्राहकों पर किये शोध में पाया की सरकारी एवं निजी क्षेत्र के बैंकों को अपनी सम्पूर्ण सेवाओं को और भी अच्छी करने की आवश्यकता है, उन्होंने बताया की बैंकों के वास्तविकता घटक सेवा गुणवत्ता को परखने के लिए काफी मायने रखते है, जिसमें बैंकों का स्थान, उसकी बनावट, सामान्य सुविधाएँ बैठक व्यवस्था, एवं दर्शनी साहित्य सम्मिलित होते है, शोध में उदयपुर, डूंगरपुर एवं बांसवाडा के कुछ बैंकों में प्रस्तुत सुविधाओं का अभाव मिला।
साथ ही शोध में यह परिणाम निकल कर आया की बैंकों को ग्राहकों को किसी भी तरह का वित्तीय उत्पाद बेचने से पहले उन्हें उस उत्पाद के फायदे एवं संभावित जोखिम के बारे में अवगत कराना चाहिए, साथ ही ग्राहाकों द्वारा बैंकों के लेनदेन के समय को लेकर भी दिक्कत सामने आयी जिसमें व्यवसायी एवं नौकरी पेशा ग्राहकों को बैंकिग की सेवाओं को लेने का समय कम मिलता है।


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