भाषण देते प्रदेशाध्यक्ष को हटाया, पर प्रभाव नहीं छोड़ पाए शाह

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Published on : 21 Sep, 18 12:09

भाषण देते प्रदेशाध्यक्ष को हटाया, पर प्रभाव नहीं छोड़ पाए शाह मात्र 18 मिनट में मोदी सरकार की योजनाओं को गिनाकर चल दिए
शाह के आने से पहले ही चल दिए गए ग्रामीण
उदयपुर। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का मंगलवार का उदयपुर दौरा करीब ढ़ाई घंटे देरी से शुरू हुआ। इस दौरान शाह ने हर जगह पर जल्दबाजी की। जनजाति सम्मेलन में तो अमित शाह ने आते ही भाषण दे रहे प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी को मंच से हटा दिया और भाषण देना शुरू कर दिया। अमित शाह के आने से पहले ही ग्रामीण रवाना होना शुरू हो गए थे और आधे से अधिक पाण्डाल खाली हो गया था। शाह ने मात्र 18 मिनट तक भाषण दिया और इसके बाद वे उतरकर महाप्रज्ञ विहार चले गए।
अमित शाह का जनजाति सम्मेलन को सम्बोधित करने का कार्यक्रम दोपहर को करीब चार बजेे का था। अमित शाह नाथद्वारा से नागौर के लिए सुबह चले गए थे। जहां से वे शाम को करीब साढ़े चार बजे उदयपुर आए। उदयपुर में उनका सबसे पहला कार्यक्रम कृषि उपज मण्डी में शक्ति केन्द्र और उसके उपर के जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों को सम्बोधित करने का था, परन्तु वहां पर वे करीब पौने पांच बजे मंच पर पहुंचे। मंच पर जाते ही अमित शाह ने भाषण देर रहे दूसरे पदाधिकारियों को रोका और स्वयं ही कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करना शुरू कर दिया। करीब आधे घंटे तक वहां पर सम्बोधित किया और इसके बाद मात्र दो से तीन मिनट के लिए वे वहां पर रूके और सीधा फतहस्कूल रवाना हो गए।
फतह स्कूल में आयोजित जनजाति सम्मेलन में अमित शाह के आने से पहले भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी अपना भाषण दे रहे थे और उन्हें भाषण देते हुए मात्र दो से तीन मिनट ही हुए थे कि अमित शाह का काफिला वहां पर आ गया। अमित शाह ने आते ही किसी तरह का स्वागत का समय नहीं दिया और ना ही दीप प्रज्जवलन का मौका दिया। मंच पर आते ही अमित शाह ने मंच पर भाषण दे रहे प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी को रोका और एक तरफ किया। इसके बाद अमित शाह ने भाषण देना शुरू कर दिया।
करीब 18 मिनट तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के सम्बोधन के दौरान अमित शाह आम वोटरों पर कोई छाप नहीं छोड़ पाए। अमित शाह ने अपने भाषण में मेवाड़ के महाराणा प्रताप के संघर्ष के बारे में बताया और इसके साथ ही आदिवासियों के बारे में कुछ बात की। इसके बाद शाह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की योजनाओं को ही गिनाना शुरू कर दिया। शाह ने उन सभी योजनाओं को दोहराया जो मोदी ने आदिवासी या जनजाति क्षेत्र के लिए शुरू की थी। किसी के समझ में नहीं आया भाषणभाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का भाषण किसी के भी समझ में नहीं आया। अपने उदï्बोधन के दौरान अमित शाह ने जो योजनाएं बताई और आंकड़े गिनाए वे वहां पर बैठे किसी भी आम मतदाता को समझ में नहीं आया। अमित शाह इतनी तेजी से बोल गए कि मंच पर बैठे भाजपा नेताओं और पदाधिकािरयों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों को भी कुछ समझ में नहीं आया।
भाषण से लोगों को निराशा : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के मात्र 18 मिनट के भाषण से लोगों को काफी निराशा हुई। लोग अमित शाह को देखने के लिए आए थे, परन्तु अमित शाह जितनी जल्दी से आए, उतनी ही जल्दी से रवाना भी हो गए, जिससे लोगों में काफी निराशा हुई और जाते हुए लोग कह रहे थे कि ‘फालतू ही यहां पर आएÓ।
शाह के स्वागत के लिए भाजपाईयों की ओर से काफी तैयारियां की गई थी, परन्तु शाह के देरी से आने के कारण सारी की सारी तैयारियां धरी की धरी रह गई। मंच पर मौजूद आदिवासी नेताओं ने अमित शाह को मात्र तीर कमान ही भेंट किया था। इसके लिए उपरणें, मेवाड़ी पगड़ी आदि धरी की धरी रह गई। ना तो अमित शाह ने खुद का स्वागत करवाया और ना ही किसी का स्वागत किया। इससे वहां पर मौजूद आदिवासी नेताओं में काफी निराशा व्याप्त हो गई।ढाई घंटे देरी से आने पर जनता हुई रवाना
अमित शाह के ढ़ाई घंटे देरी से आने के कारण वहां पर आए लोग भी रवाना होना शुरू हो गए। संभाग भर से आदिवासियों और जनजाति क्षेत्रों से हजारों की संख्या में लोगों को विभिन्न वाहनों में भरकर लाया गया था, जो सुबह से ही आ गए थे। दोपहर तक अमित शाह के नहीं आने पर जैसे-तैसे कर जनता को रोका गया और कई तरह के कार्यक्रम बताए गए। जब अमित शाह करीब ढ़ाई घंटे लेट थे तो भाजपा नेताओं ने भाषण देना शुरू कर दिया। भाजपा नेता भी जनता को बांध नहीं पाए और इधर चार साढ़े चार बजे बाद तो जनता रवाना होना शुरू हो गई। लोग पाण्डाल से बाहर निकलकर अपने गांवों की ओर रवाना हो गए। अमित शाह के आने तक आधे से ज्यादा पाण्डाल खाली हो चुका था।आईटी सेल में बोले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्षलोग कहते मैं चाणक्य हूं, पर असली चाणक्य तो तुम्हारी जेब में है : शाहउदयपुर। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आईटी सेल के कार्यक्रम में कहा कि ‘लोग कहते है मैं चाणक्य हंू, परन्तु असली चाणक्य तो तुम्हारी जेब में है और इस चाणक्य ने ही देश का राज बदल दिया था। आज देश पर ईमानदार नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाया गया। शाह ने साफ तौर से कहा कि आईटी सेल को सदा सक्रिय रहना है और लगातार डेटा ऐनालिसिस करना होगा, ताकि लोगों को ज्यादा से ज्यादा नरेन्द्र मोदी के बारे में जानकारी दी जा सकें।
भाजपा के आईटी सेल के नगर निगम के सभागार मेंं आयोजित कार्यक्रम मेें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सायबर योद्धाओं को सम्बोधित किया और उन्हें अगली बार फिर से भाजपा की सरकार बनाने का जिम्मा दिया। इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि अनुशासन महत्वपूर्ण है। सोशल मीडिया हमारी भूमि का आधार है और यह विरोधियों को रोकने का एक कारगर साधन है। शाह ने कहा कि चुनाव जीत का रथ आगे बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया महत्वपूर्ण है। इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि जनसंघ से लेकर आज तक किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था और 2014 में जो सफलता मिली थी, उसे देखकर बड़े-बड़े आलोचक भी सोच में पड़ गए कि ऐसा क्या हो गया कि मात्र पहली बार गैर कांग्रेस सरकार को इतना जबर्दस्त बहुमत मिला है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि 30 वर्ष देश में गठबंधन की सरकार थी और आखिरकार नरेन्द्र मोदी को स्पष्ट बहुमत मिला। अमित शाह ने इसके पीछे तीन कारण बताए। जिसमें ग्रामीण भारत व किसान वर्र्ग ने नरेन्द्र मोदी पर विश्वास जताया और पूरा समर्थन दिया। दूसरा कारण दश्ेा के पिछड़े, दलित समुदाय ने भी नरेन्द्र मोदी को पूरा समर्थन दिया। तीसरा और मुख्य कारण बताया सोशल मीडिया। शाह ने कहा कि लोग कहते है मैं चाणक्य हूं, परन्तु असली चाणक्य तो तुम्हारी जेब में है। शाह ने कहा कि जेब में जो मोबाईल पड़ा है, उससे लोगों की धारणाएं बदली जा रही है। शाह ने कहा कि सोशल मीडिया एक ऐसा माध्यम है, जिसमें लोग लगातार जुड़ते जा रहे है और लोगों को जो सोशल मीडिया पर बताया जा रहा है, उसे वे ध्यान से पढ़ते है। शाह ने आईटी सेल के कार्यकर्ताओं से कहा कि इस बार तैयारियां ओर ज्यादा करनी होगी। उन्होंने कहा कि इस बार परिश्रम भी ज्यादा करना होगा। शाह ने कहा कि संगठन की शक्ति से लैस अनुशासित योद्धा ही सफलता प्राप्त करता है। शाह ने सफलता का मंत्र बताते हुए कहा कि स्वयं को डेटा के साथ अपडेट रखना और लगातार रिसर्च करते रहना। इसके साथ ही सोशल मीडिया की टीम को डेटा से लैस करना। मार्केट के अनुसार चलना होगा। शाह ने कहा कि आईटी टीम का बूथ स्तरीय प्रभारी भी डेटा का एनालिसिस कर सकता है, जरूरी नहीं कि प्रदेश प्रभारी ही करे। शाह ने कहा कि बूथ स्तर का कार्यकर्ता भी अच्छा एनालिसिस कर सकता है और उसे इसका मौका देना चाहिए। यदि अच्छा एनालिसिस हो तो उसे सराहना चाहिए। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा व्हाट्स एप्प ग्रुप बनाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसमें जोडऩा चाहिए और इन लोगों को भाजपा सरकार की योजनाओं के बारे में बताना चाहिए। इसके साथ ही प्रदेश, जिला और मण्डल स्तर पर डेटा स्टोरेज, एनालिसिस का काम होना चाहिए। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर, राष्ट्रीय महामंत्री अविनाश रॉय खन्ना, प्रदेश संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर मिश्रा, प्रदेश के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया, उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी, स्वायत्त शासन मंत्री श्रीचंद कृपलानी उपस्थित थे।
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