भारतीय स्वर्ण परिषद के अध्यक्ष पीआर सोमसुंदरम ने कहा है कि भारत में परिवारों और मंदिरों के पास 25000 टन सोना भरा पड़ा है।उन्होंने कहा कि निजी तौर पर सोना खरीदने में भारत दुनिया में पहले नंबर पर है। ‘‘भारतीय स्वर्ण बाजार : मुद्दे एवं चुनौतियां’ रिपोर्ट जारी करते हुए उन्होंने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में त्योहारी सीजन के दौरान स्वर्ण की मांग सामान्य रहेगी तथा रपए की चढ़ती कीमतों का इसके बाजार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। सोमसुंदरम ने बुधवार को यहां विश्व स्वर्ण परिषद की 11 वीं बैठक के बाद यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार और भारतीय आर्थिक परिस्थितियों के बीच स्थानीय स्वर्ण बाजार के स्थिर रहने की संभावना है।उन्होंने कहा कि नियंतण्र बाजार में स्वर्ण की कीमतों में उतार का रुख है। दूसरी ओर डालर के मुकाबले रपए की कीमतें लगातार चढ़ रही है। इस कारण से स्थानीय सराफा बाजार में सोने के दामों में मजबूती आने की संभावना नहीं है। हालांकि सीजन मांग में इजाफा हो सकता है। लेकिन इसका असर पूरे वर्ष के बाजार पर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि नोटबंदी और वस्तु एवं सेवाकर लागू करने की अड़चनों से भारतीय स्वर्ण बाजार उबर चुका है। बैठक के दौरान ‘‘भारतीय स्वर्ण बाजार: मुद्दे एवं चुनौतियां’ रिपोर्ट का लोकार्पण भी किया गया।
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