कथा में बाबा रामदेव के विवाह प्रसंग में हुए भावविभोर

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Published on : 10 Sep, 18 04:09

कथा में बाबा रामदेव के विवाह प्रसंग में हुए भावविभोर बाडमेर। ’ढोल की थाप व थाली की झंकार पर नाचते हुए बाराती, चमकती हुई रोशनी में मंगला गीत गाती हुई महिलाएं, पांडाल में उपस्थित हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं द्वारा पुष्प वर्षा, पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार। रविवार को बाबा रामदेवजी अवतार धाम रामदेरिया, काशमीर में चल रही रामदेव लीलामृत कथा के दौरान लोक देवता बाबा रामदेव तथा नेतलजी का विवाह का भव्य झांकीमय वृतान्त का कथावाचक पूज्य संत अभयदास महाराज ने सुनाया।
संत महाराज ने प्रवचन देते हुए कहा कि बाबा रामदेवजी का विवाह अमरकोट के राजा दलजी सोढा की राजकुमारी नेतल बाई के साथ हुआ। कथावाचक संत युवाचार्य अभयदास महाराज ने विवाह के वृतांत से पहले बताया कि जब रतना राईका सुगना बाई को विवाह की केंकूपत्री देने के लिए पूगलगढ गया तो वहां राजा ने रतना को जेल में डाल दिया तथा सुगना बाई को रूणिचा भेजने से मना कर दिया। रतना राईका ने रामदेवजी को याद किया तो बाबा रामदेवजी सशस्त्र पूगलगढ पहुंच गए। बाबा के चमत्कार को देखकर पूगलगढ के राजा ने सुगना बाई को राजी राजी रूणिचा भेज दिया। कबीर आश्रम तखतगढ पाली के श्रीश्री १००८ निर्भयदास महंत ने भी प्रवचन दिए।
बाबा श्री रामदेवजी अवतार धाम मंदिर विकास संस्थान, रामदेरिया के उप सचिव ओमप्रकाश चंडक ने बताया कि मेला उत्सव व जागरण के तहत मंदिर परिसर में १० सितंबर तक श्री बाबा रामदेव जी लीलामृत कथा समय दोपहर १२ से ४ बजे तक पूज्य युवाचार्य अभयदास महाराज के मुखारविन्द से बाबा रामदेव जी के जीवन आधारित उनके दिव्य परचों की अनुपम कथा एवं नानी बाई का मायरा कथा चलेगी। ११ सितंबर की रात्रि ८ बजे स एक शाम बाबा रामदेव जी के नाम विराट भजन संध्या होगी। भजन संध्या में विश्व विख्यात कलाकार गजेन्द्र अजमेरा, सुनिल व मुकेश के द्वारा बाबा रामदेव एवं कृष्ण भगवान के भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। ११ सितंबर को सुबह १० बजे ध्वजारोहण गृह राज्यमंत्री अमराराम चौधरी करेंगे व ११ बजे से शाम ७ बजे तक महाप्रसादी का आयोजन होगा। संस्थान के मीडिया प्रभारी किशन गौड ने बताया कि मेले में रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु मेले में भाग ले रहे है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रामरसोडा, पेयजल आदि की पर्याप्त व्यवस्था कर रखी है। मेले में बोलियां भी बोली जा रही है। लोक देवता बाबा रामदेव के मंदिर में पूजा अर्चना के लिए हर धर्म समुदाय के लोग पहुंच रहे है। बाबा ने छुआआत मिटाने के साथ-साथ कौमी एकता को लेकर बडा संदेश दिया था।



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