जयपुर, केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल तथा सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री श्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा है कि जयपुर जिले में आमजन की बिजली, पानी व सड़क जैसी आधारभूत जरूरतों को समय पर पूरा करने के लिए विभागीय अधिकारी और बेहतर समन्वय से कार्य करे।
श्री राठौड़ शनिवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विभागों के बीच अच्छे तालमेल से अधिकारियों की कार्यक्षमता में इजाफा होगा, इसका सीधा फायदा आम जनता को पहुंचेगा। उन्होंने विशेष रूप से विद्यालयों में पेयजल और वहां बने शौचालयों की साफ-सफाई के लिए पानी की पुख्ता व्यवस्था को प्राथमिकता देने के निर्देश दिये।
केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री ने सांसद-विधायक कोष से जुड़े कार्यों के बारे में जन प्रतिनिधियों को फीडबैक देने में और निखार लाने की आवश्यकता जताते हुए कहा कि प्रत्येक तीन माह में सांसद एवं विधायकों को उनके कोष में बकाया राशि तथा स्वीकृत कार्यों की प्रगति रिपोर्ट से अवगत कराया जाये। उन्होंने सांसद, विधायक एवं बैठक में उपस्थित अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाये गये जनता से जुड़े प्रकरणों मंे त्वरित कार्यवाही करने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश प्रदान किये। उन्होंने जयपुर शहर में स्मार्ट सिटी से जुड़े कार्यों के बारे में सांसद श्री रामचरण बोहरा की अध्यक्षता में शहरी क्षेत्र के विधायकों की बैठक बुलाने के भी निर्देश दिये। साथ ही गत बैठक के बाद से जिले की अच्छी प्रगति के लिए जिला कलक्टर श्री सिद्धार्थ महाजन और जिले की टीम की सराहना की।
बैठक में सार्वजनिक निर्माण विभाग, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, स्मार्ट सिटी, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की प्रगति की समीक्षा की गई। इस दौरान सांसद श्री रामचरण बोहरा ने फ्लोराइड युक्त पानी वाले ऐसे क्षेत्र जहां हैण्डपम्प नहीं है, वहां डीएफयू (डी-फ्लोरीडेशन यूनिट) लगाने का सुझाव दिया। विधायक श्री सुरेन्द्र पारीक, श्री निर्मल कुमावत व श्री फूलचन्द भिंडा के अलावा पंचायत समिति बस्सी के प्रधान श्री गणेश नारायण शर्मा, दूदू की प्रधान श्रीमती संतोष देवी कड़वा, शाहपुरा के प्रधान श्री नन्दलाल, जालसू की प्रधान पिंकी मीणा, विराटनगर के प्रधान श्री शंभु दयाल व जमवारामगढ़ के प्रधान श्री रामजी लाल मीणा ने चर्चा के दौरान अपने विचार रखे और सुझाव दिये।
जिला कलक्टर श्री सिद्धार्थ महाजन ने बैठक में बताया कि जिले में सांसद विधायक कोष के कार्यों के तत्परता से निस्तारण के लिए प्रयास किये जा रहे है। गत कुछ महिनों में लगातार समीक्षा के बाद पूर्व के सालों में हुए कार्यों के बाद सांसद-विधायक के कोष में बकाया राशि के बारे में जनप्रतिनिधियों को सूचना दी जा रही है।
बैठक में जिला परिषद के सीईओ श्री आलोक रंजन ने ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज तथा अन्य विभागों के जिला अधिकारियों ने अपनी प्रगति के बारे में प्रस्तुतीकरण दिया।
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