महाकाल रूद्र की यात्रा पूर्ण गरिमामय सादगी के साथ

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Published on : 18 Aug, 18 06:08

महाकाल रूद्र की यात्रा पूर्ण गरिमामय सादगी के साथ निकालने का निर्णय

महाकाल रूद्र की यात्रा पूर्ण गरिमामय सादगी के साथ
उदयपुर। सार्वजनिक प्रन्यास मंदिर श्री महाकालेश्वर भगवान आशुतोष महाकाल की शाही सवारी के २० अगस्त २०१८ नगर भ्रमण के संबंध में सर्वसमाजों, हिन्दू संगठनों तथा अन्य संस्थाओं के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं एवं गणमान्य अतिथियों की बैठक महाकालेश्वर परिसर में आयोजित की गई। जिसमें शाही सवारी के नगर भ्रमण के लिए विस्तृत रूप से विचार विमर्श कर सुझाव लिए गए तथा निर्णय किये गये।
महोतसव समिति के संयोजक रमाकान्त अजारिया, सुनील भट्ट, सुन्दरलाल माण्डावत ने बताया कि शाही सवारी के रूट चार्ट विभिन्न समाजों के द्वारा स्वागत के लिए बनाए जाने वाले स्वागत द्वारों व लगाई जाने वाली स्टालों मार्ग में विभिन्न स्थानों पर भगवान के विग्रह रूप के स्वागत सत्कार के लिए व्यवस्थाओं तथा मार्ग में पुष्पवर्षा महाकाल की सवारी के अन्दर चलने वाली विभिन्न झांकियों के स्वरूप पराम्परागत वाद्ययंत्रों,भजन मण्डलियों की व्यवस्थाएं तथा प्रमुख स्थानों पर जिसमें चेतक, हाथीपोल, शनिमहाराज मंदिर, जगदीश चौक, जाडा गणेश जी, अम्बामाता आदि पर होने वाली आरतियों के संबंध में विस्तृत रूप से विचार विमर्श कर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की। उपस्थित सभी समाजो ने एक मत से इस बात को मुख्य रूप से रखा है महाकाल रूद्र की यात्रा पूर्ण गरिमामय सादगी तथा पूर्णतः अनुशासित रूप से निकाली जाएगी। जिसमें केवल डीजे पर केवल शिव भजनों की धुनों पर आधारित भजन को ही प्रमुखता से बजाया जाएगा।
प्रवक्ता महिपाल शर्मा, विनोद शर्मा ने बताया कि इस बैठक में प्रमुख रूप से सिख समाज, दाधीच, समाज, क्षत्रिय समाज, सोनी समाज, मालवीय लोहार समाज, जीनगर समाज, कुमावत समाज, मोची समाज, मुस्लिम समाज, नन्दवाना समाज बार एसोसिएशन उदयपुर, नोटरी एसोसिएशन, माथुर समाज, आमेटा समाज, जैन समाज, कहार भाई समाज, भगोरा समाज एवं आदिवासी बाहुल्य समाज, सिन्धी समाज सहित विभिन्न समाजों के पदाधिकारी सदस्य उपस्थित रहे।
सचिव एडवोकेट चन्द्रशेखर दाधीच ने बताया कि श्रावण मास के अंतिम सोमवार दिनांक २० अगस्त २०१८ को प्रातः पूजा अर्चना के पश्चात् भगवान महाकालेश्वर की भव्य शाही सवारी अभिजीत मुर्हूत १२.१५ बजे मंदिर से प्रस्थान करेगी जिसमें इस बार भोलेनाथ जी की निर्माणाधीन गुफा के मुख्य द्वारा से गुजरती हुई पूर्वी द्वार से स्वरूपसागर नाला, शिक्षा भवण चौराहा होते हुए चेतक पहुंचेगी मार्ग में विभिन्न समाजों के द्वारा महाकाल का स्वागत किया जाएगा। सवा एक बजे शनिमहाराज एवं महाकाल का परस्पर स्तवन होगा। वही अमरनाथ सेवा समिति की ओर से शिव नृत्य नाटिका प्रस्तुत की जाएगी। दोपहर ३ बजे जगदीश चौक भगवान हरि और महादेव का स्तवन एवं महाआरती का आयोजन होगा। सायं ६ बजे अम्बामाता मंदिर में पुजारी परिषद द्वारा भगवान महाकालेश्वर का स्तवन एवं पूजन हेागा।
बैठक की अध्यक्षता प्रन्यास अध्यक्ष तेजसिंह सरूपरिया ने की बैठक में बडी संख्या में मातृ शक्ति ने अपनी भागीदारी दी।

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