उदयपुर। नारायण सेवा संस्थान के बडी स्थित सेवा महातीर्थ परिसर में बैंक ऑफ बडौदा के सहयोग से लगाए गए एटीएम का उद्घाटन संस्थान के संस्थापक कैलाश मानव व जयपुर अंचल के प्रमुख एवं महाप्रबंधक नवीनचन्द्र उप्रेती के द्वारा गुरुवार प्रातः 10ः30 बजे किया जाएगा। विशिष्ट अतिथि के रुप में रीजन डीजीएम अशोक डंगायच, पूर्व महाप्रबंधक विपिन पारीख, उदयपुर शाखा प्रबंधक प्रजीत कुमार व निरीक्षण एवं अंकेक्षण विभाग, जयपुर से संजय भगोलीवाल मौजूद रहेंगे।
श्रीराम कृष्ण कथा एवं अपनों से अपनी बात व दीनबन्धु वार्ता आज से
उदयपुर। नारायण सेवा संस्थान के लियों का गुडा स्थित सेवा महातीर्थ में संस्थापक कैलाश मानव के सान्निध्य में गुरुवार से तीन दिवसीय श्रीराम कृष्ण कथा एवं ‘अपनों से अपनी बात व दीनबन्धु वार्ता’ कार्यक्रम शुरू होगा। इसका सीधा प्रसारण संस्कार चैनल पर प्रातः 1॰ से 1 बजे तक होगा। संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि कार्यक्रम में देशभर से आए दिव्यांगजन व उनके परिजनों से उनके अनुभव व उनकी संस्थान में आने के बाद की सुखद जीवन यात्रा पर चर्चा की जाएगी।
दिल और गुर्दा ट्रांसप्लांट के लिए 15 लाख की मदद
उदयपुर। पिता की आमदनी इतनी कम थी की घर खर्च भी पूरा नहीं हो पाता और बेटे की बीमारी इतनी बडी कि इलाज की कल्पना करना भी उसके बूते से बाहर है। बावजूद इसके दिन-रात मेहनत कर जो भी पैसा जुटाया, सब इलाज पर खर्च कर दिया। जब उससे भी बेटे की सांसों की डोर को टूटने से बचने की उम्मीद न दिखी तो कर्ज का बोझ भी उठाया। इस बूढे पिता को बेटे की बीमारी की गंभीरता का पता तब चला जब वह लगातार बिस्तर पर ही रहने लगा। इस तरह 2॰ वर्ष गुजर गए।
यह ह्रदय विदारक परिस्थिति हरियाणा के ओम प्रकाश बढई के परिवार की है। बेटा विनोद जन्म से ही बीमारी लेकर धरती पर आया। इसका पता उसके दो वर्ष का होने पर चला। कमाई का बडा हिस्सा उसके इलाज पर ही खर्च होता रहा। पहले से ज्यादा गरीबी घर में पसर गई। पिता ने हार नहीं मानी। उसे चंडीगढ और दिल्ली के नामचीन अस्पतालों में दिखाया और इलाज भी करवाया सभी जगह उसके गुर्दे और दिल में खराबी की बात बताई गई। दवाओं के सहारे विनोद ने 20 साल बिस्तर पर गुजार तो दिए लेकिन हालत दिन ब दिन खराब होती गई। बूढापे की इस लाठी को टूटने से बचाने के लिए पिता और अधिक मेहनत करने लगे लेकिन बडी बीमारी के आगे उनकी कमाई बहुत छोटी थी। नई दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में विनोद को दिखाने पर डॉक्टरों ने साफ तौर पर बता दिया की जल्दी ही दिल और गुर्दे का प्रत्यारोपण आवश्यक है जिसमें करीब 26 लाख रुपये का खर्च बताया। यह सुनते ही मां-बाप की आंखों के आगे अंधेरा छा गया। इतनी बडी राशि का सौवा हिस्सा भी उन्होंने जिंदगी में नहीं देखा था। उनकी आंखों के सामने ही घर का चिराग बुझता सा दिख रहा था। इसी दौरान उन्हें किसी ने सेवा परमो धर्म ट्रस्ट के बारे में बताया जो गरीब परिवारों को जटिलतम रोगों के इलाज में मदद करता है। उन्होंने ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल से संफ कर अब तक के इलाज और स्थिति की जानकारी दी इस पर तत्काल 15 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गईं। विनोद का इलाज आरंभ हो गया है।
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