दस्तावेज अनिवार्य होने के कारण वेरीफिकेशन का कार्य अटका

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Published on : 04 Jul, 18 16:07

बीकानेर | सरकारी कॉलेजों में प्रवेश के लिए जारी की गई प्रथम वरीयता और प्रतीक्षा सूची में शामिल अभ्यर्थियों के डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन का बुधवार को अंतिम दिन है। मगर अभी भी 70 फीसदी अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन नहीं हो पाया है। ओबीसी वर्ग में अभ्यर्थियों के जाति प्रमाण पत्र समय पर नहीं बनने के कारण अनेक अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन नहीं हो पाया है। दरअसल, ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों ने जाति प्रमाण-पत्र बनाने के लिए आवेदन कर रखा है। रसीद के आधार पर इनकों प्रवेश आवेदन का अवसर तो मिल गया। मगर सत्यापन के समय मूल दस्तावेज अनिवार्य होने के कारण वेरीफिकेशन का कार्य अटका हुआ है। उधर, एनएसयूआई के कुलदीप बिश्नोई ने डूंगर कॉलेज प्राचार्य को ज्ञापन देकर सत्यापन की तिथि में बढ़ोतरी की मांग की है। डूंगर कॉलेज और एमएस कॉलेज में अब तक 30 से 40 फीसदी अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन हुआ है।
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