शिक्षा एवं सुसंस्कार को प्रकाशत करता आलोक शक्षण संस्थानःसुनील सागर

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Published on : 25 Feb, 18 11:02

उदयपुर। आचार्य सुनील सागर महाराज ने कहा कि आलोक शिक्षण संस्थान में जीवन जीने की कला सिखायी जाती है। जो अपने आप में बहुत बडी बात है। यही कारण है कि यह शक्षण संस्थान इतने वषोर् बाद भी शिक्षा एवं सुसस्ंकार को प्रकाशत कर रहा है।
वे आज आलोक संस्थान में आयोजित समारोह में हजारों बच्चों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस संस्थान में भारतीय संस्कृति की छवि दिखायी देती है। विद्यार्थी जीवन में कर्म के साथ धर्म और नैतिकता भी हो। हम अपने माता-पिता को याद करने के लिये एक दिन पा८चात्य संस्कृति का अनुसरण करते हुए नि८चत कर दिया है जबकि हम प्रतिदिन अपने माता-पिता को प्रतिदिन याद करते है और यही आलोक संस्थान बच्चों को सिखाता है।
उन्हने कहा कि सपनें उन्हीं के पूरे होते है जिनके सपनों में जान हो। हमारें देश में कोई कमी नहीं है। विदेशी खान-पान,पहनावा, भाषा ,संस्कृति में पतन की ओर ले जाती है। अन्तर्रा६ट्रीय पैकेट बंद फूड में अभक्ष्य पदार्थ मिले रहते है। अन्न का प्रभाव मन एवं व्यक्तित्व पर पडता है। जीवन में कितनी ही विपत्ति आयें निराश कभी नहीं होना चाहिये।

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