नोटबन्दी व जीएसटी के कारण कम रही विकास दर

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Published on : 13 Oct, 17 17:10

नोटबन्दी व जीएसटी के कारण कम रही विकास दर उदयपुर / जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के संघटक माणिक्यलाल वर्मा श्रमजीवी महाविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग में शुक्रवार को योजना मंच का उद्घाटन बी.एन. महाविद्यालय के प्रो. एन.के. दशोरा, प्राचार्य प्रो. सुमन पामेचा ने किया। विभागाध्यक्ष डॉ. पारस जैन ने बताया कि योजना मंच के अन्तर्गत पोस्टर, चार्ट, कार्टून, कोलाज, सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, कार्यशाला आदि वर्ष भर किए कार्यो की जानकारी दी जाती है। मुख्य अतिथि प्रो. दशोरा कहा कि वर्तमान समय आर्थिक विकास की समस्याएं व समाधान पर जो बहस हो रही है। उसका प्रमुख कारण आधार वर्ष का परिवर्तन है क्यों कि २००४-०५ के आधार वर्ष में जो वृद्धिदर है उसीको यदि २०११-१२ के आधार वर्ष के अनुसार परिवर्तित किया जाता है तो २०१३-१४ से पहले भी अधिक आर्थिक वृद्धि नजर आयेगी और उसकी तुलना में वर्तमान की आर्थिक वृद्धि दर कम है उसका कारण नोटबंदी ओर जीएसटी है। वर्तमान समय में देश की प्रमुख समस्याओं में निर्यात की कमी, बेराजगारी एवं विदेशी निवेश में गिरावट भी इस समस्या को बढा रहे है। चीन की तुलना में हमारी बढती हुई विकास दर में गिरावट का अनुमान अन्तर्राष्ट्रीय आर्थिक जगत मे चर्चा का विषय है। संचालन डॉ. पारस जैन ने किया, धन्यवाद डॉ. मोनिका सारंगदेवोत ने किया इस अवसर पर डॉ. नीलम कौशिक, डॉ. एलआर पटेल, डॉ. हेमेन्द्र चौधरी, डॉ. युवराज सिंह राठौड, डॉ. पंकज रावल, डॉ.जयसिंह जोधा व छात्र-छात्राए सहित उपस्थित थे।



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