उदयपुर / जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने सोमवार को विद्यापीठ विश्वविद्यालय संघटक ग्रामीण प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से आयोजित व्याख्यानमाला में छात्र् छात्रओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद का जीवन हमें अनुशासन, राष्ट्र प्रेम और हमेशा आगे बढते रहने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि विश्व धर्म महासभा में आज से 125 साल पहले दिया उनका भाषण आज भी प्रासंगिक है तथा पूरे विश्व में भारत को विश्व गुरू का दर्जा दिलाता है। स्वामी विवेकानंद ने अपने मात्र् 39 वर्ष के जीवनकाल में जो उपलब्धियां हासिल कीं व मानव मात्र् के कल्याण का जो संदेश दिया, उससे हमें प्रेरणा लेकर निरंतर कर्मशील होना चाहिए। खास तौर पर युवाओं के लिए दिया उनका मूल मंत्र्, उठो, जागो और सफलता का वरण करो, से प्रेरणा लेकर अपने व राष्ट्र का गौरव विश्व में उंचाकर सकते हैं। अवसर पर स्वामी विवेकानंद के शिकागो में दिए गए भाषण भी सुनाया गया। विशिष्ट अतिथि प्रो मंजू मांडोत थीं। समन्वयक हेमराज गुर्जर ने भी विचार व्यक्त किए।
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