जीएसटी का पहला बिल लाया खुशियां

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Published on : 02 Jul, 17 08:07

- पुराने स्टॉक पर घबराने की जरूरत नहीं

जीएसटी का पहला बिल लाया खुशियां उदयपुर। वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) लागू होने पर झीलों की नगरी के व्यापार जगत में भी उत्साह है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक देश, एक कर के नारे का स्वागत किया जा रहा है। पहले दिन व्यापारियों ने उत्साह दिखाते हुए जीएसटी बिलिंग के साथ अपने व्यवसाय में नए युग का सूत्रपात किया। चेटक सर्कल स्थित जे. के. पेपर्स के डिस्ट्रीब्यूटर्स पार्श्वकल्ला पेपर्स पर डॉ. तुक्तक भानावत ने पेरामाउंट स्टेशनर्स के निदेशक नितेश जैन और रोहित जैन को कई व्यापारियों की मौजूदगी में जीएसटी का पहला बिल प्रदान किया। इस अवसर पर डॉ. भानावत ने कहा कि जीएसटी के माध्यम से देश में हुई ऐतिहासिक कर सुधार व कर एकीकरण क्रांति देश को अर्थव्यवस्था के नए शिखर पर ले जाएगा।
इस अवसर पर चार्टड एकाउंटेंट हितेष कुदाल ने बताया कि अभी तक बिल में उत्पाद शुल्क, केंद्रीय बिक्री कर (सीएसटी) तथा वेट लगा कर माल बेचा जाता था परंतु जीएसटी आने के बाद बिल का पूरा फार्मेट ही बदल गया है। अब नए बिल में उपरोक्त सभी करों के स्थान पर केवल जीएसटी जो ‘एसजीएसटी’ तथा ‘सीजीएसटी’ में विभक्त है, लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऐसा स्टॉक जो 30 जून 2017 तक व्यापारी के पास पडा हुआ है, उस पर जो उत्पाद शुल्क लगा हुआ था, उसकी भी जीएसटी में छूट प्राप्त होगी। ऐसे स्टॉक की बिलिंग के लिए सबसे पहले लागत को उत्पाद शुल्क से कम कर दिया जाएगा, उसके बाद तत्कालीन जीएसटी दर लगा कर माल बेचा जाएगा। जीएसटी में बिल का प्रारूप काफी आसान है। इसमें सभी करों की जगह सिर्फ एक ही कर लग रहा है।



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