३४ मजदूरों की एक्सरे करके जांच की

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Published on : 09 Aug, 16 11:08

बाडमेर / सिलिकोसिस बीमारी से ग्रसित मजदूरों को बोर्ड ने प्रमाण दिये। कमठा मजदूर यूनियन बाडमेर के अध्यक्ष लक्ष्मण वडेरा ने बताया कि सिलिकोसिस बोर्ड बाडमेर का कैम्प राजकीय टी.बी. हॉस्वीटल बाडमेर में आयोजित किया जिसके ३४ मजदूरों की एक्सरे करके जांच की जिसमें १४ मजदूर सिलिकोसिस बीमारी से ग्रसित पाये गये, सिलिकोसिस से ग्रसित मजदूरों को डॉ. गोरधनसिह चौधरी विशेशज्ञ टीबी एण्ड चेस्ट तथा डॉ. बी.एस. गहलोत रेडियोलोजिस्ट ने प्रमाण-पत्र दिये इस अवसर पर टी.बी. एण्ड चेस्ट के डॉक्टर गोरधनसिंह चौधरी ने कहा कि मजदूरों को पत्थर की घडाई करते वक्त कटर मशीन का उपयोग नही करना चाहिये तथा पत्थर घडाई के वक्त पत्थर पानी डालकर गीला करना चाहिये ताकि पत्थर के कण हवा में उडकर श्वास नली से फेफडो तक नही पहचे तथा खानों से ड्रीलीग करते वक्त भी पानी का उपयोग कर वैट ड्रीलिंग करे।
इस अवसर पर कमठा मजदूर यूनियन बाडमेर के अध्यक्ष लक्ष्मण वडेरा ने मजदूरों से कहा कि मजदूर मुंह पर टुपट्टा बांधकर जीवन की रक्षा करे इससे मजदूर का परिवार बर्बादी से बच जायेगा। सिलिकोसिस बीमारी से पीडतो का सरकार को आजीवन पुनर्वास करना चाहिये, मजदूर नेता वडेरा ने कहा कि दुनिया के मकान बनाने का काम मजदूर अपनी जिन्दगी की कीमत चुकाकर करता है। सरकार को चाहिये सिलिकोसिस पीडतो की सहायता व पुर्नवास करे।
सिलिकोसिस बीमारों की पहचान करने टीबी हॉस्पीटल के लैब टेक्निशियन रमेश मौर्य नखताराम ने कडी मेहनत की। सिलिकोसिस बीमारी की से मरने वाले दो श्रमिकों तकलीफ के नाम प्रमाण-पत्र जारी किये है।
मजदूर नेता ने कहा कि बीमारी से ग्रस्ति को एक लाख व बीमारी से भरने पर उसके आश्रित परिजनों को दो लाख रूपये की आर्थिक सहायता भवन निर्माण एवं अन्य संनिर्माण श्रमिक कल्याण मण्डल द्वारा दिये जाते है।


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