बालिका शिक्षा के लिए जिला स्तर पर हुआ छात्रावास का उदघाटन।

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Published on : 29 Jun, 15 18:06

मेघवाल शैक्षणिक एवं शोध संस्थान के वार्षिक सम्मेलन में प्रतिभाओं को नवाजा।

बाडमेर, मौजूदा प्रतिस्पर्द्वा के दौर में मेघवाल समाज को शिक्षा की महत्ता को समझना होगा। बालिका शिक्षा के लिए छात्रावास की शुरूआत सराहनीय पहल है। प्रतिभाओं को लक्ष्य निर्धारित करके उसकी प्राप्ति के लिए प्रयास करने चाहिए। यह बात बाडमेर जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका मेघवाल ने रविवार को मेघवाल समाज शैक्षणिक एवं शोध संस्थान के वार्षिक अधिवेशन, बालिका छात्रावास के उदघाटन एवं प्रतिभा सम्मान समारोह के दौरान कही।
जिला प्रमुख मेघवाल ने कहा कि समाज के विकास के साथ हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत कार्मिकों से शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग की अपील करते हुए कहा कि वे समाज की प्रतिभाओं को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। जैसलमेर जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल ने कहा कि मेघवाल समाज बाबा साहेब के आदर्शों को आत्मसात करें। उन्होंने कहा कि निजीकरण की आड में आरक्षण को समाप्त करना बेहद चिंतनीय विषय है। उन्होंने बालिका छात्रावास के उदघाटन को अपने पति स्वर्गीय तनेराम मेघवाल का सपना बताते हुए कहा कि वे सदैव समाज के विकास के लिए तत्पर रहते थे। अध्यक्षीय उदबोधन में चौहटन विधायक तरूण राय कागा ने कहा कि मेघवाल समाज ने हर क्षेत्र में प्रगति की है। आज समाज की प्रतिभाएं हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखा रही है। उन्होंने कहा कि महिला शिक्षा के लिए सबको मिलकर प्रयास करने चाहिए। कागा ने सामाजिक विकास के लिए यथासंभव योगदान का भरोसा दिलाया।
विशिष्ट अतिथि रूपाराम मेघवाल ने कहा कि समाज के विकास एवं उत्थान में अधिकाधिक लोगों को भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए। शिक्षा के साथ लक्ष्य निर्धारित किया जाए। उन्होंने कहा कि आर्थिक लिहाज से गरीब परिवारों के प्रतिभावान बच्चों को गोद लेकर उनको उच्च शिक्षा दिलाने के लिए समाज के आर्थिक लिहाज से सुदृढ लोगों को आगे आना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि सेडवा प्रधान पदमाराम मेघवाल ने कहा कि समाज के विकास में प्रत्येक व्यक्ति अपनी भागीदारी तय करें। प्रत्येक व्यक्ति अगर समाज के विकास में योगदान देगा तो समाज का सर्वागीण विकास होगा। उन्होंने प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की जरूरत जताई।
विशिष्ट अतिथि गडरारोड प्रधान तेजाराम कोडेचा ने कहा कि शिक्षा के साथ बालिका शिक्षा पर विशेष जोर दिया जाए। बालिका शिक्षित होने से दो पीढयों का सुधार होता है। उन्होंने सामाजिक समरसता पर जोर देते हुए कहा कि प्रतिस्पर्धा के युग में सब क्षेत्रों में भागीदारी सुनिश्चित करने की जरूरत है।
धनाउ प्रघान सुश्री भगवती ने आने वाली पीढी को मुख्य धारा से जोडने एवं बालिका शिक्षा को मौजूदा समय की जरूरत बताया। उन्होंने कहा कि मेघवाल समाज को शिक्षा के क्षेत्र में विशेष प्रयास करने चाहिए। जिला कोषाधिकारी जसराज चौहान ने कहा कि युवा लक्ष्य बनाकर मेहनत करें। सरकारी क्षेत्र में रोजगार के अवसर कम हो रहे है। ऐसे में निजी क्षेत्र में भी व्यापक रोजगार के अवसर प्राप्त करने के लिए प्रयास करें। आरपीएस सुनील पंवार ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से प्रतिभाएं प्रोत्साहित होती है। उन्होंने युवाओं से भविष्य के लिए लक्ष्य तय कर उसके अनुरूप प्रयास करने को कहा। समारोह के दौरान संस्थान अध्यक्ष डा.बी.एल.मंसूरिया ने कहा कि संस्थान ने अपने कार्यकाल के दौरान कई कीर्तिमान स्थापित किए है। यहां अध्ययनरत प्रतिभाओं को कई क्षेत्रों में चयन हुआ है। उन्होंने संस्थान की गतिविधियों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए अतिथियों का आभार जताया।
इस अवसर पर रूपाराम नामा ने मेघवाल समाज के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अपने इतिहास को पहचानने की जरूरत है। उन्होंने युवा पीढी से समाज को नई दिशा देने का आहवान किया। हजारीराम बालवा ने मेघवाल समाज षैक्षणिक एवं षोध संस्थान की विभिन्न गतिविधियों पर हुए व्यय संबंधित लेखा-जोखा पश किया। रामचन्द्र गढवीर ने कहा कि आरक्षण संवैधानिक अधिकार के रूप में मिला है। लेकिन नीजिकरण की आड में इस संवैधानिक अधिकार से वंचित रखा जा रहा है। उन्होंने इसके लिए समन्वित प्रयास करने एवं विशेषकर जन प्रतिनिधियों से जागरूक होकर इस मामले को उच्च स्तर पर उठाने को कहा। आदूराम मेघवाल ने कहा कि समाज के विकास के लिए सबको मिलकर प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि समाज हर क्षेत्र में अलग पहचान कायम करें। उन्होंने रेस का घोडा बनने का आहवान करते हुए कहा कि सरकार में भागीदारी निभाने वालों को समाज के विकास के लिए यथासंभव प्रयास करने चाहिए। शिव पंचायत समिति के पूर्व प्रधान उदाराम मेघवाल ने कहा कि सब लोग अपना दायित्व समझते हुए समाज के उत्थान के लिए प्रयास करें। समाज के सामने आ रही चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए संगठित होने की जरूरत है। कार्यक्रम का संचालन चूनाराम पूनड ने किया। इस दौरान पूर्व प्रधान बाडमेर पंचायत समिति श्रीमती धाई देवी के साथ विभिन्न जन प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। इससे पहले अतिथियों ने बालिका छात्रावास का फीता काटकर उदघाटन किया।
भामाशाहों का सम्मानः*समारोह के दौरान डा.दिनेश परमार, डा.राहुल बम्मानिया, रूपाराम धनदे,उदाराम मेघवाल, केसराराम बालवा रतनोणियो परिवार समेत कई भामाशाहों ने छात्रावास में कमरा निर्माण एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की घोषणा की। इन भामाशाहों का साफा पहनाकर सम्मान किया गया।
प्रतिभाओं को नवाजाः*वार्शिक अधिवेशन के दौरान मेघवाल समाज के प्रतिभावान विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र एवं नकद राशि देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान तनेराम स्मृति पुरस्कार से भी प्रतिभाओं को नवाजा गया।

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