मुठभेड़ नहीं करता तो कश्मीर बन जाता गुजरात

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Published on : 19 Feb, 15 07:02

अहमदाबाद | सोहराबुद्दीन व इशरत मुठभेड़ मामलों में गिरफ्तार गुजरात पुलिस के पूर्व डीआइजी डीजी वंजारा लगभग आठ साल (सात साल, 10 माह) बाद जमानत पर जेल से बाहर आए। इस मौके पर बुधवार को साबरमती जेल के बाहर पत्नी और बेटे सहित उनके प्रशंसकों की भारी भीड़ जमा थी। लोगों ने एक नायक की तरह उनका स्वागत किया और फूल-मालाओं से लाद दिया। अखिल भारतीय आतंकवाद विरोधी मोर्चे के अध्यक्ष मनिंदरजीत सिंह बिट्टा ने जेल के बाहर उनकी अगवानी की। वंजारा ने बाहर आते ही कहा कि अपने किए पर मारा जाता तो यह देश का दूसरा कश्मीर बन जाता। निश्चित रूप से मेरे लिए और गुजरात पुलिस के लिए अच्छे दिन आ गए हैं
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