डॉ.प्रभात कुमार सिंघल,कोटा/ त्याग ,,समर्पण ,,की कठिन परीक्षा के बाद ,अल्लाह का इनाम ईद होता है ।इसी दिन सभी लोग आपसी भेदभाव ,ऊंच नीच भुलाकर एक दूसरे का सिवइयों से मुंह मीठा कर मिठास बांटते है ,फिर गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देते है।,बस यही माहौल हमारी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में होना चाहिए ।यह विचार प्रकट करते हुए एडवोकेट अख्तर खान अकेला प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य ,अल्पसंख्यक विभाग के संभागीय अध्यक्ष ने आज यहां जिला कांग्रेस कार्यालय में आयोजित ,ईद मिलन समारोह में मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता अब आपसी मतभेद भुलाकर सिवइयों की मिठास की तरह एक दूसरे के साथ मिठास बांटे ,,और त्याग ,समर्पण भाव से अपने अपने बूथ क्षेत्र में कांग्रेस को निर्विवाद तरीके से विजयी दिलाने के लिए जुट जाए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए देहात सेवादल के अध्यक्ष मनोज दूबे ने कहा कि ईद का पर्वभाईचारा सद्भावना का पैगाम देता है ।,उन्होंने कहा सिवइयों की मिठास के साथ कार्यकर्ताओं में आज इस स्नेहमिलन कार्यक्रम में जो अटूट एकता दिखी है ,उससे वहअभिभूत है ।
मनोज दूबे ने आह्वान किया ,टिकिट किसे मिलता है यह हाईकमान का क्षेत्राधिकार है ,हम कार्यकर्ता है ,हमे अपने अपने क्षेत्रो ,बूथ क्षेत्रों में लोगो से सीधे जुड़ना है और त्योहारों का संगम इसके लिए एक माध्यम ,है । दूबे ने कहा ऐसे कार्यक्रमों से इंसानियत का पैगाम जाता है और कांग्रेस खासकर सेवादल अपने अपने क्षेत्रों में यह कार्य बखूबी निभा रही है ।
कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि देहात अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष साजिद जावेद ,,सुल्तानपुर के उपप्रधान रईस खान ,,पूर्व पार्षद नरेश हाडा ,,कांग्रेस न्यास के उपाध्यक्ष नरेश वियजयवर्गीय थे ,कार्यक्रम में खास तोर पर देहात कांग्रेस सचिव तबरेज़ पठान ,,आई टी सेल के विवेक भटनागर ,,वरिष्ठ नेता,, मास्टर मोहन चंद शर्मा ,,युवा नेता आज़ाद नागरा ,,यूथ कांग्रेस के शोभित जैन ,,जावेद खान ,,नीरज गुप्ता ,अल्पसंख्यक विभाग के संभागीय उपाध्यक्ष गुरमीत सिंह टाक नंद वीर जी ,,मोनू भाई ,,आरिफ खान ,,हरभजन सिंह ..,शाहनवाज़ खान ,सेवादल के प्रदेश संगठक देवेंद्र यादव ,,संतोष सुमन ,,कैलाश बंजारा ,,इसरार भाई,,नीलेश जैन ,,संजीव जैन ,नन्द किशोर धाकड़ ,,सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे ।
पूर्व पार्षद उमर सी आई डी ने अपनी रचना कहा ,,दिल जले या ईद मने ,खुशियों की बौछार होगी ,,सदियों से हम एक है ,है अमर हमारा प्यार ,,ईद तो ईद है इस ईद का क्या यह तो चली जायेगी ,तुम मिलकर रहना ,,ईद का जश्न है ,मिलजुलकर बनाये जाओ आपसी प्यार की क्षमा दिलो में जलाये जाओ ,,जैसे अशआरों से ईद के माहौल में और मिठास घोल दी । अंत में सभी ने सिवइयों की मिठास के साथ एक दूसरे को गले मिलकर मुबारकबाद दी ।
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