पेइचिंग । चीन ने दलाई लामा के इस ऐलान को मंगलवार को खारिज कर दिया कि उनका उत्तराधिकारी भारत से हो सकता है और पेइचिंग की ओर से नामित शख्स का सम्मान नहीं होगा। चीन ने कहा, तिब्बती बौद्ध धर्म के अगले आध्यात्मिक नेता को चीन सरकार से मान्यता लेनी होगी।नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित 83 वर्षीय लामा ने सोमवार को कहा, यह संभव है कि उनके निधन के बाद उनका अवतार भारत में मिल सकता है और चेताया कि चीन द्वारा नामित किसी भी अन्य उत्तराधिकारी का सम्मान नहीं किया जाएगा। इसके बाद चीन ने यह प्रतिक्रिया जाहिर की है। पत्रकारों ने दलाई लामा की टिप्पणी के बाबत चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग से सवाल किया तो उन्होंने कहा, पुन:अवतार तिब्बती बौद्ध धर्म का अनूठा तरीका है। इसका निश्चित अनुष्ठान और परंपरा हैं। उन्होंने कहा, चीन सरकार की धार्मिक आस्था की स्वतंत्रता की एक नीति है। हमारे यहां धार्मिक मामलों पर अपने कायदे-कानून हैं और तिब्बती बौद्ध धर्म में पुन: अवतार की परंपरा को लेकर भी कायदे-कानून हैं।