उदयपुर। हृदयघात के बाद हृदय रोगियों को एंजियोप्लास्ट एवं पेसमेकर के साथ आधुनिक दवाइयों से भी उपचार किया जाता है। इन दवाइयों के उपयोग से हृदय रोगियों की लाइफ स्टाइल में भी कोई बदलाव नहीं होता है।
इस तरह की जानकारी के साथ शनिवार से दो दिवसीय द फर्स्ट कार्डियेक कांफ्रेंस २०१८ शुरू हुई। हार्ट एवं रिद्म सोसायटी, उदयपुर की ओर से आयोजित कांफ्रेंस में देशभर के ढाई सौ से अधिक ह्दय रोग विशेषज्ञ और व फिजिशियन मंथन के लिए जुटे। इनका स्वागत चेयरमैन डॉ. अमित खंडेलवाल ने किया। एपीआई, उदयपुर और जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल, उदयपुर के सांझे में शुरू हुए एकेडेमिक सेशन में बत्रा हार्ट सेंटर, नई दिल्ली के डायरेक्टर डॉ. उपेंद्र कोल ने हार्ट फेल्योर में हृदय का पंपिंग फंक्शन कम होने के कारणों और उस समय की स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने पुराने तरीके व दवाइयों पर चर्चा करते हुए आधुनिक दवाइयों से इलाज के तरीकों के बारे में बताया। मुंबई में कार्डियेक विभाग के डायरेक्टर एवं विभागाध्यक्ष डॉ. ब्रियान पूंटो ने हृदय के इलाज में नई दवाइयों जैसे आरनी आदि के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि इससे काफी हद तक हृदय की समस्या का समाधान होता है। पीएसआरआई हार्ट इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली के चेयरमैन डॉ. टी.एस. क्लेर ने हाई एंड पेसमेकर की अत्याधुनिक तकनीक के बारे में बताते हुए कहा कि हार्ट फैल्योर के दौरान यह बहुउपयोगी साबित होता है। नई तकनीक के पेसमेकर छोटे और बहुउपयोगी होते है। इसकी बेट्री लाइफ भी १५ साल की होने से यह २४ घंटे के दौरान मरीज के हृदय के फंक्शन की स्टडी करके ऑटोमेटिक काम करना शुरू कर देता है। कांफ्रेंस में होली फैमेली हॉस्पीटल, गुडगांव के चेयरमैन एवं इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. प्रवीणचंद्रा ने आधुनिक तकनीक के वाल्व से आयोटिक वाल्व प्रत्यारोपण पर चर्चा की। डॉ. रीाहुल मेहरोत्रा ने इको कार्डियोग्राफी की हार्ट अटैक में उपयोगिता बताते हुए कहा कि इको कार्डियोग्राफी से ब्लॉकेज की स्थिति का पता चलना आसान होता है और हृदय की स्थिति का पता चलता है। कांफ्रेंस की शुरूआत दीप प्रज्जवलन से हुई। इस दौरान हार्ट एवं रिद्म सोसायटी, उदयपुर के चेयरमैन डॉ. अमित खंडेलवाल सहित संरक्षक डॉ. एसके कौशिक, डॉ. कपिल भार्गव और डॉ. मुकेश शर्मा मंचासीन रहे। कार्यक्रम में देशभर में हृदय रोगियों के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने पर डॉ. उपेंद्र कौल, डॉ. प्रवीण चंदा और डॉ. टी.एस. क्लेर का सोसायटी के चेयरमैन डॉ. अमित खंडेलवाल ने सम्मानित किया। इस दौरान उदयपुर संभाग में हृदय रोगियों के इलाज एवं चिकित्सा शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने पर डॉ. एसके कौशिक, डॉ. एच.के.बैदी, डॉ. अरूण बोर्दिया और डॉ. एचएनएस भटनागर का सम्मान किया गया।
चेयरमैन डॉ. अमित खंडेलवाल ने बताया कि रविवार को इस कांफ्रेंस का समापन सत्र होगा। इसके बाद कांफ्रेंस में हुए प्रजेंटेशन के आधार पर कार्डियेक पर पुस्तक प्रकाशन होगा, जिसका वितरण देशभर के हॉस्पीटल और डॉक्टरों के बीच किया जाएगा।
Source :