उदयपुर। जीबीएच मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल में दिल से जुडी कैंसर की गांठ को ऑपरेशन कर निकाला गया। यह ऑपरेशन इसलिए भी जटिल था कि दिल की धमनियां गांठ से जुडी हुई थी और इसके कारण मरीज के मस्तिष्क और शरीर के उपरी हिस्से में रक्त प्रवाह बाधित होने का खतरा था।
ग्रुप डायरेक्टर डॉ. आनंद झा ने बताया कि ६५ वर्षीय व्यक्ति का यह जटिल ऑपरेशन कैंसर सर्जन डॉ. कुरैश बंबोरा की टीम ने किया। इस तरह की गांठ को मेडिकल साइंस में कांड्रोसरकोमा कहा जाता है। मरीज को यह गांठ आठ महीने से थी। अन्य अस्पताल में इस कैंसरग्रस्त गांठ के लिए रेडिएशन ले चुका था, जिससे गांठ में और बढवार हो गई थी। यहां जीबीएच मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल में दिखाने पर उसकी सीटी स्कैन कराई गई। उसमें गांठ दिल में रक्त प्रवाह करने वाली धमनियों से जुडी होने का पता चला। यदि गांठ को ऐसे ही रखा जाता तो यह मस्तिष्क और शरीर के उपरी हिस्से में रक्त प्रवाह बाधित कर सकती थी। यहीं जटिलताएं ऑपरेशन के लिए भी थी। इस पर कैंसर सर्जन डॉ. कुरैश बंबोरा, सुभ्रतादास और प्लास्टिक सर्जन डॉ. विमल मित्तल की टीम ने ऑपरेशन करना तय किया। टीम ने दिल की धमनियों को बचाते हुए गांठ पूरी तरह हटाकर यह ऑपरेशन किया। इसमें सीने की कैंसर प्रभावित हड्डियां हटाकर बोन सीमेंट और मैश से नई हड्डियों का निर्माण कर सीने में हटाया गया भाग वापस बनाया गया।
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