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MMCFA-३७वें राज्यस्तरीय अलंकरणों की घोषणा

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17 Feb 19
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MMCFA-३७वें राज्यस्तरीय अलंकरणों की घोषणा

उदयपुर, महाराणा मेवाड चैरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के ३७वें वार्षिक सम्मान समर्पण समारोह वर्ष २०१९ के राज्यस्तरीय अलंकरणों की घोषणा आज फाउण्डेशन द्वारा की गई। आगामी १० मार्च, २०१९, रविवार सायं ४ बजे फाउण्डेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविन्द सिंह जी मेवाड सिटी पैलेस प्रांगण उदयपुर में आयोजित विशेष सम्मान समारोह में इन विभूतियों को अलंकृत करेंगे।

महाराणा मेवाड चैरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर अपने लक्ष्य एवं उद्देश्यों के अनुरूप अब तक ३६ वार्षिक सम्मान समारोहों के तहत ४४२५ देश-विदेश की विभिन्न विभूतियों एवं मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित कर चुका है।

महाराणा मेवाड फाउण्डेशन ३७वें वार्षिक सम्मान समर्पण समारोह के संयोजक डॉ. मयंक गुप्ता ने बताया कि फाउण्डेशन द्वारा राज्यस्तर पर दिये जाने वाले अलंकरणों के अन्तर्गत, इस वर्ष समाज में शैक्षिक, चारित्रिक, नैतिक, सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान हेतु दी जाने वाली स्थायी मूल्य की सेवाओं के तहत दिया जाने वाला ’’महाराणा मेवाड सम्मान’’ लखनऊ की पद्मश्री सम्मान से सम्मानित श्रीमती मालिनी अवस्थी को प्रदान किया जावेगा। श्रीमती अवस्थी बनारस-सेनिया घराने की प्रतिनिधि कलाकार होने के साथ-साथ आप एक गैर-लाभकारी संगठन सोनचिरैया की संस्थापक हैं, जो अवध, बृज, बुंदेलखंड और भोजपुर की लोकप्रिय लोक कला के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने का काम करती है।

संयोजक गुप्ता ने बताया कि फाउण्डेशन द्वारा दिये जाने वाले राज्यस्तरीय अन्य अलंकरणों के तहत ज्योतिष, वेद विज्ञान एवं कर्मकाण्ड में श्रेष्ठ योगदान के लिये डॉ. हेमन्त कृष्ण मिश्र एवं डॉ. नरोत्तम पुजारी को ’’महर्षि हारीत राशि सम्मान’’ प्रदान किया जाएगा। वैदिक संस्कृति एवं वैदिक साहित्य के संरक्षण एवं संवर्द्धन में अभूतपूर्व सेवाओं के लिए डॉ. हेमन्त कृष्ण मिश्र तथा इनके साथ ही भारतीय संस्कृति को जीवंत रखते हुए समाज को वैदिक संस्कृति से जोडने हेतु वेद विज्ञान एवं कर्मकाण्ड के अध्ययन-अध्यापन से समाजसेवा करने वाले डॉ. नरोत्तम पुजारी सम्मानित होंगे।

भारतीय संस्कृति, साहित्य व इतिहास के क्षेत्र में दिये जाने वाला ‘‘महाराणा कुम्भा सम्मान’’ राजस्थानी साहित्य के जाने माने नाम डॉ. गिरिश नाथ माथुर एवं डॉ. जितेन्द्र कुमार सिंह ’संजय‘ को अपने भावपूर्ण लेखन हेतु प्रदान किया जाएगा।

फाउण्डेशन द्वारा ललित कला के क्षेत्र में दिया जाने वाला ‘‘महाराणा सज्जनसिंह सम्मान’’ मृण शिल्प के क्षेत्र में राजस्थान का नाम रोशन करने वाले मोलेला, राजसमन्द निवासी श्री जमना लाल कुम्हार को प्रदान किया जाएगा। अपनी पुश्तैनी मृण शिल्प कला को श्री कुम्हार ने अलग अंदाज में प्रस्तुत करते हुए नए आयाम स्थापित किए है।

संगीत के क्षेत्र में दिया जाने वाला ’’डागर घराना सम्मान‘‘ इस वर्श भारत के प्रख्यात रूद्रवीणा वादक उस्ताद श्री बहुद्दीन डागर को संगीत के क्षेत्र में उच्च आयाम स्थापित करने हेतु अलंकृत किया जाएगा।

आदिवासी समाज के उत्थान के लिए दिया जाने वाला ’’राणा पूंजा सम्मान‘‘ इस वर्ष मेवाड के आदिवासी अंचल उदयपुर जिले के झाडोल व आसपास के ग्रामों में आदिवासी परिवारों में षिक्षा एवं उन्नत कृषि के प्रति अलख जगाने वाले श्री झालम चन्द अंगारी को प्रदान किया जाएगा।

फाउण्डेशन द्वारा राज्य के खिलाडयों को दिये जाने वाले ‘‘अरावली सम्मान‘‘ से हनुमानगढ के अन्तरराश्ट्रीय पैरा एथलेटिक श्री संदीप सिंह मान को पैरा-एथलेटिक्स खेल में भारत का नाम रोशन करने के उपलक्ष में प्रदान किया जाएगा।

इन अलंकरणों से सम्मानित होने वाली विभूतियों को फाउण्डेशन के मंच पर इक्यावन हजार एक रूपये, तोरण, शॉल एवं प्रशस्तिपत्र भेंट किये जायेंगे।

 


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