गोपेंद्र भट्ट-
नई दिल्ली।दक्षिणी राजस्थान के उदयपुर संभाग की दो ख़ाली विधानसभा सीटों पर वल्लभनगर और धरियावद में तीस अक्टूबर को हो रहे उपचुनावों की तिथि नज़दीक आते ही प्रमुख राजनीतिक दलों की धड़कने बढ़ने लगी हैं।
कांग्रेस वल्लभनगर में अपनी मजबूत स्थिति मान रही है जबकि धरियावद में उसे भाजपा और बीटीपी समर्थित उम्मीदवार से कड़ी चुनौती मिल रही है। भाजपा यहां अपनी मजबूत पकड़ का दावा कर रही है, वहीं कांग्रेस ने भी इस बार ये सीट जीतने के लिए धरियावद पर फोकस कर लिया है। वल्लभनगर में कमजोर दिख रही भाजपा ने भी अब धरियावद में ही अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चन्द कटारिया ने इस सीट को अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाया हुआ है।
दोनों सीटों पर 16 उम्मीदवार चुनाव दंगल में अपनी किस्मत आजमा रहे है। वल्लभनगर में 9 और धरियावद में 7 उम्मीदवार चुनाव के मुक़ाबले में हैं। वल्लभनगर में मुख्य रूप से चार उम्मीदवारों के बीच मुकाबला हो रहा है। इनमें कांग्रेस के दिवंगत विधायक गजेन्द्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत, भाजपा से हिम्मत सिंह झाला, जनता सेना के रणधीर सिंह भींडर और आरएलपी से भाजपा के बाग़ी उदयलाल डांगी मैदान में है। वे पहले भी भाजपा उम्मीदवार भी के रूप में चुनाव लड़ चुके है।
चुनाव प्रचार का शुभारम्भ कर चुके मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रचार के अन्तिम दिनों में भी आ रहे है। वे मंगलवार 26 अक्टूबर को धरियावद में धरियावद से कांग्रेस प्रत्याशी नगराज मीणा के समर्थन में तीन और वल्लभनगर में प्रीति शक्तावत के लिए एक चुनाव सभा कर कांग्रेस की स्थिति को और मजबूत बनाएंगे।
कांग्रेस को भरोसा है कि सीएम गहलोत की सभाओं से धरियावद में उसे और अधिक ताक़त मिलेगी। इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने नामांकन के अंतिम दिन चुनाव सभाए की थी।