पाली सांसद और पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री पी.पी. चौधरी ने नियम-377 के तहत लोकसभा क्षेत्र पाली खेल अवसंरचनाओं के लंम्बित प्रस्तावों को जल्द से जल्द अनुमति दिलवाने का अनुरोध करते हुए बताया कि उसके ससंदीय क्षेत्र में दो जिले आते है, पाली व जोधपुर, जिसका अधिकांश हिस्सा ग्रामीण एवं आदीवासी है। इस क्षेत्र में स्टेडियम व खेल अवसंरचनाए स्थापित करने की मांग काफी लम्बे समय से चजली आ रही है। स्थानीय खेल कूद प्रतियोगिताए बड़े परिसर वाले विद्यालयों में आयोजित की जाती रही है। उक्त दोनों जिलो के द्वारा खुले अवसंरचनाओं के विकास के लिए प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भेजे जा चुके है, जिन पर राज्य सरकार द्वारा निर्णय लिया जाना काफी लम्बे समय से लम्बित है, जिसका विवरण निम्न प्रकार है:-
जिला-पाली
· बांगड़ स्टेडियम, पाली में खेल मैदान निर्माण के लिए 713.87 लाख का प्रस्ताव
· वर्ष 2014-15 में जैतारण एवं बाली ब्लॉक के प्रस्ताव की स्थिती
· वर्ष 2015-16 में सोजत एवं रायपुर के प्रस्ताव की स्थिती
· वर्ष 2016-17 में दूसरी एवं रोहट के प्रस्ताव की स्थिती
· वर्ष 2017-18 में मारवाड़ जंक्शन एवं रानी में स्टेडियम के प्रस्ताव की स्थिती
· वर्ष 2018-19 में सुमेरपुर व पाली में स्टेडियम के प्रस्ताव कि स्थिती
जिला- जोधपुर
· ओसियां ब्लॉक में 49.09 बघा में ऐथेलीटी, फूटबॉल, बालीवाल, कबड्ड़ी आदी के लिए मल्टीपरपज हॉल
· बिलाड़ ब्लॉक में 20.06 बीघा मे ऐथेलीटी, फूटबॉल, बॉलीवाल, कबड्ड़ी, हॉकी, हैण्डबॉल, टैनिस तथा बैडमिन्टन आदी हेतु मल्टीपरपज हॉल?
· भोपालगढ़ ब्लॉक में 10.18 बीघा में ऐथेलीटी, फूटबॉल, हॉकी, कबड्ड़ी, बॉलीवाल, बॉस्केट बॉल, हैण्डबॉल, टैनिस तथाबैडमिनटन आदी हेतु मल्टीपरपज इनडोर हॉल
· बावड़ी ब्लॉक में 10.18 बीघा में ऐथेलीटी, फूटबॉल, बॉलीवाल, कब्बड़ी, खो-खो आदी हेतु मल्टीपरपज इनडोर हॉल
नागर विमानन मंत्रालय से पूछे गए प्रश्न में सांसद चौधरी ने कोविड-19 के चलते विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए विशेष उड़ानों की व्यवस्था के बारे में जानकारी मांगते हुए यात्रियों का किराया, विशेष अभियान में किए गए व्यय का ब्यौरा मांगा। प्रत्युतर में बताया कि विदेषों फंसे भारतीयों द्वारा अनेक भारतीय दूतावासों/मिषनों से भी अनुरोध दर्ज कराए गये है, इसलिए सरकार ने कोविड-19 महामारी के कारण विष्व के अनेक देषों में फंसे तथा व्याकुल भारतीय नागरिकों को वापस लाने के उद्देष्य से वंदे भारत मिषन आरंभ किया था। जानकारी के अनुसार 31.08.2020 तक 11 लाख भारतीय वंदे भारत मिषन के अन्तर्गत भारत लौट चुके है। उक्त मिषन में भारतीय वाहकों द्वारा प्रचलित विषेष वंदे भारत उड़ाने और भारतीय विदेष वाहकों द्वारा प्रचलित चार्टड उड़ाने शामिल है। 31.08.2020 तक भारतीय राष्ट्रीकों को स्वदेष लाने हेतु कुल 5817 उड़ानों का प्रचालन किया गया तथा यात्रियों से किराया मूल देष व यात्रा की श्रेणी के आधार पर लिया गया। नागर विमानन मंत्रालय ने वंदे भारत मिषन को कोई व्यय नहीं किया।