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एन.पी.टी.ई.एल. अवेरनेस वर्कशाॅप का आयोजन

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18 Nov 18
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एन.पी.टी.ई.एल. अवेरनेस वर्कशाॅप का आयोजन
गीतांजली इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्निकल स्टडीज डबोक उदयपुर में आई आई टी कानपुर व गिट्स की सयुंक्त नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी इन्हान्स्ड लर्निंग वर्कशाॅप का शुभारम्भ अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ शुरू हुआ।
संस्थान के निदेशक डॉ. विकास मिश्र ने बताया कि भारत सरकार का यह कार्यक्रम सन 2007 से चल रहा हैं। जिसके द्वारा आधारभूत से लेकर आधुनिकतम तकनीकी के क्षेत्र् के विषयों के ऑनलाइन अध्ययन की सुविधा उपलब्ध है। इस पोर्टल के द्वारा आईआईटी. आई आई एस.सी. बैगलोर व देश के अन्य प्रति६ठत तकनीकी संस्थानों के विशेषज्ञ शक्षकों द्वारा व्याख्यान दिया जाता हैं। आईआईटी कानपुर द्वारा गिट्स का चयन इस वर्कशाॅप हेतु यहाँ के छात्रें एवं शक्षकों द्वारा एन.पी.टी.ई.एल. के माध्यम सें पूरे किये गयें पाठ्यक्रम की र्स्वणिम सफलता के आधार पर किया है। इस वर्कशाॅप में पूरे भारत वषर् के विभिन्न राज्यों के इन्जीनियरिंग कॉलेज से 175 प्रतिभागी भाग लिया।
यहां पर यह उल्लेखनीय है कि विगत दो वषोर् में गिट्स के कई छात्रें एवं शक्षकों द्वारा एन.पी.टी.ई.एल. पाठ्यक्रम में देश स्तर पर मेरिट प्रमाणपत्र् जो कि मात्र् 1 प्रतिशत प्रतिभागियों को मिलता है वह प्राप्त किया है। इस कोर्स से विद्यार्थी व अध्यापक दोनों घर बैठे ई लर्निंग के जरिये आई. आई. टी. जैसे पढाई ऑनलाइन कर सकते हैं। अब बी.टेक के छात्रें को डिग्री प्राप्त करने के लिए एन.पी.टी.ई.एल. का कोर्स करना अनिवार्य होगा। इस कोर्स को देश की प्रमुख आई.आई.टी. संस्थानों ने मिलकर तैयार किया हैं। इससे शक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
कार्यक्रम के संयोजक प्रो. राजीव माथुर ने बताया कि इस वर्कशाॅप का शुभारम्भ आई.आई.टी. कानपुर के प्रोफेसर एवं एन.पी.टी.ई.एल. के रा६ट्रीय समन्यवयक प्रो. सत्यकी राय व आई.आई.टी. कानपुर की लोकल चेप्टर की प्रतिनिधी प्रो. मिस अंगना सेनगुप्ता के द्वारा किया गया। प्रो. सत्यकी राय के अनुसार एन.पी.टी.ई.एल. के पोर्टल पर 4.5 लाख रजिस्ट्रेशन परीक्षा के लिए हुए हैं। इसके अलावा 1.5 मिलियन यू ट्यूब सब्सक्रिक्शन हैं, तथा 3.5 मिलियन यू ट्यूब व्यूव्स हैं। प्रो. अगना सेनगुप्ता ने एन.पी.टी.ई.एल. में लोकल चेप्टर खोलने की प्रक्रिया एवं परीक्षा सम्बन्धी जानकारी की विस्तार से चर्चा की। अंत में कार्यक्रम के संयोजक प्रो. राजीव माथुर द्वारा धन्यवाद पारित किया गया और कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट प्रो. अंजलि धाबाई द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में वित्त नियंत्र्क बी.एल.जांगिड, एम.बी.ए. निदेशक पी.के.जैन सहित सभी विभागाध्यक्ष ने कार्यक्रम का लाभ उठाया।

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