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Jaypore.com और क्रिएटिव डिग्निटी द्वारा आर्टिजऩ डायरेक्ट कैंपेन का दूसरा संस्करण लॉन्च

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18 Sep 20
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Jaypore.com  और क्रिएटिव डिग्निटी द्वारा आर्टिजऩ डायरेक्ट कैंपेन का दूसरा संस्करण लॉन्च

उदयपुर। आदित्य बिरला फैशन एंड रिटेल लि. के एक अंग जयपोर ने क्रिएटिव डिग्निटी के सहयोग से राजस्थान में आर्टिजऩ डायरेक्ट कैंपेन का दूसरा एडिशन लॉन्च किया। आर्टिजऩ डायरेक्ट 10 दिनों तक चलने वाला एक कैंपेन है, जो शिल्पकारों को डिजिटल माध्यमों से अपने ग्राहकों तक पहुँचने में सक्षम बनाता है। ब्रांड बड़े पैमाने पर लोकप्रिय ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से शिल्पकारों को पूरे भारत में मौजूद ग्राहकों तक पहुँचने का अवसर प्रदान करेगा, जिससे उन्हें नए बाजार उपलब्ध होंगे तथा यह उनकी आजीविका को बरकरार रखने में भी सहायक होगा।
जयपोर की ब्रांड हेड, रश्मि शुक्ला ने कहा कि कोविड-19 महामारी की वजह से गंभीर रूप से प्रभावित शिल्पकारों के समुदाय को राहत प्रदान करने के लिए, जयपोर ने लाभार्जन नहीं करने वाले स्वयंसेवी प्लेटफॉर्म, क्रिएटिव डिग्निटी के साथ साझेदारी की है। क्रिएटिव डिग्निटी के आर्टिजऩ डायरेक्ट अभियान की शुरुआत 18 सितंबर से हुई, जिसके तहत राजस्थान के 50 से अधिक शिल्पकारों द्वारा निर्मित वस्तुओं को जयपोरडॉटकॉम पर दिखाया जाएगा। अभियान के तहत जऱदोजी साडिय़ाँ, लाख के आभूषण, नक्काशीदार पत्थर के आभूषण, कीमती पत्थरों से बनी मूर्तियाँ, तारकशी बक्से तथा इसी प्रकार के अन्य विशेष श्रेणी के उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे। यह कैंपेन 10 दिनों तक जारी रहेगा जिससे राज्य के शिल्पकारों को अपने उत्पाद बेचने के लिए एक मंच उपलब्ध होगा।
क्रिएटिव डिग्निटी और जयपोर साथ मिलकर शिल्पकारों को ई-कॉमर्स के क्षेत्र में प्रशिक्षण के अलावा कैटलॉग मेकिंग, फोटोग्राफी, मूल्य-निर्धारण और लॉजिस्टिक्स प्रबंधन के क्षेत्र में भी प्रशिक्षण प्रदान करेंगे, जिससे उन्हें अपने व्यवसाय को बढ़ाने में मदद मिलेगी। बिक्री अभियानों को राष्ट्रीय स्तर पर  FICCI FLO  द्वारा प्रोत्साहन दिया जा रहा है। ब्रांड न केवल इन शिल्पकारों को अपने उत्पादों की मार्केटिंग के लिए एक ऑनलाइन बाज़ार उपलब्ध कराएगा, बल्कि ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों पर उत्पादों को अधिक आकर्षक, मनमोहक और बिक्री योग्य बनाने के लिए उन्हें प्रशिक्षण भी प्रदान करेगा। पूरे भारत के प्रीमियर डिजाइन संस्थानों के स्वयंसेवकों के साथ-साथ अन्य स्वयंसेवी डिजाइनरों और गैर-सरकारी संगठनों द्वारा इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सहायता प्रदान की जाएगी। विशेषज्ञ स्वयंसेवकों द्वारा शिल्पकारों को उनके गाँवों में लगातार प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जहां आमतौर पर सीमित सुविधाएं उपलब्ध होती हैं।
  रश्मि शुक्ला ने कहा कि जयपोर ब्रांड अपनी स्थापना के बाद से ही स्वदेशी एवं स्थानीय उत्पादों को आगे बढ़ाने में मुखर रहा है। भारत की समृद्ध शिल्पकला और शिल्पकार ही इस ब्रांड के दिल और आत्मा हैं। हमें इस बात का गर्व है कि, हमने भारतीय शिल्पकारों एवं कारीगर समुदाय को अपनी उत्कृष्ट शिल्प विरासत को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान किया है। वर्तमान में फैली इस महामारी ने देशभर के शिल्पकारों एवं कारीगरों की आजीविका के लिए एक बड़ी चुनौती उत्पन्न की है, और इस तरह हमारी शिल्पकला और प्रतिभा पर संकट मंडराने लगा है। हमने शिल्पकार समुदाय को सहारा देने के लिए क्रिएटिव डिग्निटी के साथ गैर-लाभकारी साझेदारी की है, ताकि इन कारीगरों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। इस साझेदारी से हमें देश में हस्तकला के माहौल को प्रोत्साहित करने और अंतत: ‘मेक इन इंडिया’ के हमारे सामूहिक राष्ट्रीय आदर्श वाक्य को मजबूती प्रदान करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि गुजरात के शिल्पकारों के लिए आयोजित इस अभियान का पहला संस्करण काफी सफल रहा था जिसमें जयपोर के दर्शकों ने काफी दिलचस्पी दिखाई। राजस्थान में इस कैंपेन के जरिए, हम बिना किसी प्रलोभन के कुशल शिल्पकारों को अपना मंच प्रदान करके उन्हें फायदा पहुँचाना चाहते हैं, साथ ही उन्हें स्थायी आजीविका के साधन उपलब्ध कराना चाहते हैं। ग्राहक  Jaypore.com पर ‘डायरेक्ट टू आर्टिजऩ’ पेज के माध्यम से शिल्पकारों द्वारा निर्मित उत्पादों की खरीदारी कर सकते हैं।


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