”व्यापार एक निरन्तर जारी रहने वाली यात्रा है। जैसे घर बनाने के लिये प्लानिंग जरूरी है उसी प्रकार व्यापार की सफलता के लिये भी रणनीति आवश्यक है। अपने व्यक्तिगत उद्देश्यों एवं अपने व्यवसाय के उद्देश्यों को पूरा करने के लिये छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करें, तभी पारिवारिक व्यवसाय के दीर्घकालीन लक्ष्यों को पूरा करना सम्भव हो सकेगा।“
उपरोक्त विचार प्रोफेसर राजेश पण्डित ने यूसीसीआई में व्यक्त किये।
उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री द्वारा इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट-उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में ”पारिवारिक व्यवसाय में दीर्घकालीन सोच का महत्व“ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में पारिवारिक व्यवसाय के मिशन एवं विजन में अन्तर पर प्रकाश डालते हुए प्रोफेसर राजेश पण्डित ने विभिन्न संगठनों के विजन स्टेटमेन्ट पर विस्तार से चर्चा की। प्रोफेसर पण्डित ने कहा कि कम्पनी की ग्रोथ के लिये जरूरी है कि कर्मचारी इसे अपनी सफलता से जोडकर देखें।
कार्यशाला में अद्वैय सॉल्यूशंस, आनन्द टैल्क, बीएसईएस, क्लासिक ग्रुप, हारमनी प्लास्टिक्स, इन्दिरा आईवीएफ, इण्डो टैल्क, के ट्रावेल्स, खेतान बिजनेस कॉर्पोरेशन, सिक्योर मीटर्स, राजस्थान थियेटर्स, माहेश्वरी ब्रदर्स, मौलिक डाईकेम, श्री नाकोडा भैरव मार्बल्स, सनशाईन मार्बल्स, स्वास्तिक जिंक, फर्न होटल आदि कम्पनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
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