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हिन्दुस्तान  जिंकके दूसरी तिमाही एवं छःमाही वित्तीय परिणामों की घोषणा

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22 Oct 21
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हिन्दुस्तान  जिंकके दूसरी तिमाही एवं छःमाही वित्तीय परिणामों की घोषणा

हिन्दुस्तान जिंक ने भूमिगत खदान परिर्वतन के बाद छःमाही में किया सर्वाधिक खनन धातु उत्पादन और खदान विकास

 

उदयपुर,  जस्ता, सीसा और चांदी की अग्रणी वैष्विक एकीकृत उत्पादक कंपनीहिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड ने शुक्रवार को आयोजित अपनी निदेशक मण्डल की बैठक में ३० सितम्बर २०२१ को समाप्त छःमाही व दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणामों की घोषणा की।

वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही की प्रमुख उपलब्धियाँ ः-

खनित धातु उत्पादनः ४७०केटी

रिफाइन्ड धातु उत्पादनः ४४५केटी

बिक्रीयोग्य चांदी का उत्पादनः ३१३टन

जंक सीओपीः १०९६ डॉलर प्रति टन

 

हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अरूण मिश्रा ने वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही के निष्पादन पर कहा कि ’’हमने भूमिगत खनन कार्यों में परिर्वतन के बाद दूसरी तिमाही में किया है सर्वाधिक खनन धातु उत्पादन और खदान विकास। एक मिलियन उत्पादन को मार्क देने के लिए सही मंच स्थापित करना, प्रभावी प्रणालियों और योजना के साथ, हमारी हिन्दुस्तान जिंक की टीम ने संचालनों की रीढ को मजबूत किया है। हम अपनी ईएसजी यात्रा पर भी अच्छी तरह से प्रगति कर रहे हैं और हम २०५० तक नेट शून्य उत्सर्जन के प्रति प्रतिबद्ध हैं। हिन्दुस्तान जिंक भी प्रकृति से संबंधित जोखिमों से सक्रिय रूप से निपटने के लिए वित्तीय प्रकटीकरण (टीएनएफडी) पर कार्यबल में शामिल हो गया है। हमें गर्व है औरब्रिटिश् हाई कमीशन कान्फ्रेंस ऑफ द पार्टिज (सीओपी२६) में भाग लेने के लिए तत्पर हैं।‘‘

 

हिन्दुस्तान जिंक के अंतरिम मुख्य वित्तीय अधिकारी श्री संदीप मोदी ने कहा कि ‘‘हमने परिचालन चुनौतियों और मौजूदा वैश्विक ऊर्जा संकट से बाहरी बाधाओं के बावजूद अबतक का सर्वाधिक छःमाही ईबीआईटीडीए दिया है। हम मानते हैं कि हमारे पीछे परिचालन चुनौतियों के साथ, हमने भविष्य में एक मजबूत डिलीवरी के लिए सिस्टम को रीसेट कर दिया है। हम अपने मार्जिन की रक्षा करने, मजबूत मुक्त नकदी प्रवाह उत्पन्न करने और सस्टेनेबिलिटी में निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो सभी मिलकर हमें अपने शेयरधारकों के लिए लंबे समय तक चलने वाले मूल्य बनाने और वितरित करने में मदद करेंगे।

 

आपरेशनल प्रदर्शन

 

अयस्क ः तिमाही में कुल अयस्क उत्पादन ३.९९ मिलियन मैट्रिक टन रहा जो सालाना से २.६ प्रतिशत अधिक है जो कि जावर और सिंदेसर खुर्द (एस.के.) खदानों में मजबूत वृद्धि के कारण तथा कायड और राजपुरा दरीबा (आरडी) खानों में आंशिक रूप से ऑफसेट रहने से कम उत्पादन रहा।

 

 

 

मेटल-इन-कॉन्सेंट्रेट (एमआईसी) ः तिमाही में कुल एमआईसी उत्पादन २४८ केटी रहा जो रामपुरा आगुचा, जावर और राजपुरा दरीबा खदानों में उच्च अयस्क उपचार के कारण सालाना ४.४ प्रतिशत ऊपर है, जो रिकवरी में सुधार द्वारा संभव है जिसे आंशिक रूप से कम ग्रेड करके ऑफसेट किया गया है। क्रमशः खनन धातु के उत्पादन में मुख्य रूप से सिन्देसर खुर्द, रामपुरा-आगुचा और कायड खदान में उच्च अयस्क उपचार और खनन ग्रेड और वसूली में सुधार के कारण १२.३ प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

 

तिमाही के दौरान एकीकृत धातु उत्पादन २०९ केटी रहा जो संरचनात्मक ओवरहाल घटकों की रिपेयर्स के लिए चंदेरिया स्मेल्टर में एक रोस्टर में विस्तारित शटडाउन के कारण वित्तीय वर्ष २०२१ की दूसरी तिमाही तथा वित्तीय वर्ष २०२२ की पहली तिमाही की तुलना में १२ प्रतिशत कम है। तिमाही के दौरान एकीकृत जस्ता उत्पादन १६२ केटी एवं एकीकृत सीसा उत्पादन ४७केटी तथा एकीकृत चांदी का उत्पादन १५२ मेट्रीक टन रहा है।

 

वित्तीय प्रदर्शन

वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी ने ६,१२२ करोड रु. का राजस्व अर्जित किया हैजो जस्ता और सीसा की एलएमई कीमतों में वृद्धि और उच्च प्रीमियम के साथ साथ चांदी की उच्च कीमतों के कारण आंशिंक रूप से कम धातु और चांदी की मात्रा से ऑफसेट था। वर्ष के दौरान, जस्ता और सीसा एलएमई की कीमतों में क्रमशः २८ प्रतिशत और २५ प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

 

दूसरी तिमाही में कंपनी ने २,०१७ करोड रु. का शुद्ध लाभ अर्जित किया है जो क्रमिक रूप से १.७ प्रतिशत और सालाना ४.० प्रतिशत ऊपर है। वृद्धि मुख्य रूप से धातु कीमतों में सुधार और क्रमिक रूप से कम प्रभावी कर से प्रेरित थी। वित्तीय वर्ष २०२२ की छःमाही में ४,००० करोड का शुद्ध लाभ रहा है जो सालाना २१ प्रतिशत अधिक है।

 

आउटलुक

 

हम वित्त वर्ष २०२२ के लिए वॉल्यूम और कैपेक्स पर अपने मार्गदर्शन को दौहराना चाहते है।

 

वित्त वर्ष २०२२ में खनन धातु और फिनिश्चड धातु दोनों का उत्पादन प्रत्येक बण्१०२५ दृ १०५०केटी होने की संभावना है।

 

वित्तीय वर्ष २०२२ में बिक्रीयोग्य चांदी का उत्पादन बण्७२०डज् अनुमानित है।

 

वित्तीय वर्ष के लिए परियोजना पूंजीगत व्यय लगभग १०० मिलियन डॉलर होने की उम्मीद है।

 

पिछली तिमाही में प्रबन्धन ने कच्चे माल की कीमतों में बढोतरी से लागत के प्रति जोखिम से आगाह किया था। उसी के संदर्भ में, हम अपने लागत मार्गदर्शन को ऊपर की ओर संशोधित करेंगे।

 

पर्यावरण प्राधिकरण (म्।) जावर खदानों के विस्तार के लिए ४.८एमटीपीए से ६.५ एमटीपीए तक स्वीकृति प्रदान की है।

 

चीनी नागरिकों के लिए कडे वीजा दिशानिर्देशों सहित, तिमाही के दौरान कोविड-१९ प्रतिबंध जारी रहे है, जिसके परिणामस्वरूप चंदेरिया में फ्यूमर संयंत्र के चालू होने में देरी हुई। कार्य प्रगति पर हैं और हमें उम्मीद है कि वित्त वर्ष २०२२ के अंत तक फ्यूमर की कमीशनिंग पूरी हो जाएगी।

 


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