भारत की एकमात्र एवं विश्व की अग्रणी जस्ता-सीसा एवं चांदी उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिंक को ’नॉन-फेरस लार्ज इण्टिग्रेटेड मैन्यूफेक्चरिंग प्लान्टस‘ की श्रेणी में उत्कृष्ट कार्य के लिए ’इण्डियन इन्स्ट्यूट ऑफ मेटल्स नॉन-फेरस बेस्ट परफोरमेन्स अवार्ड-२०१८‘ से पुरस्कृत किया गया है। यह अवार्ड कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय के सचिव श्री विनय कुमार ने इण्डियन इन्स्ट्यूट ऑफ मेटल्स द्वारा ५६वें राष्ट्रीय धातुकर्मी दिवस समारोह के अवसर पर कोलकाता में आयोजित एक भव्य समारोह में १४ नवम्बर, २०१८ को प्रदान किया।
यह पुरस्कार इण्डियन इन्स्ट्यूट ऑफ मेटल्स द्वारा गठित एक प्रतिष्ठित जूरी ने २०१७-१८ के दौरान उत्कृष्ट गुणवत्ता, सर्वश्रेष्ठ उत्पाद विकास एवं प्रर्यावरणीय प्रदर्शन के लिए हिन्दुस्तान जिंक को प्रदान किया गया है। हिन्दुस्तान जिंक ने एंटीमोनी ट्राई-ऑक्साइड, बिस्मथ ऑक्सी क्लोराइड, कॉपर सल्फेट, सोडियम सल्फेट एवं कंपनी के अवशेष एवं अपशिष्ट से पेवर ब्लॉक्स जैसे उत्पादों के विकास के लिए अनुसंधान एवं विकास प्रयासों को प्रस्तुत किया है।
हिन्दुस्तान जंक की ओर से यह अवार्ड मनोज नसीने, यूनिट हेड- जिंक स्मेल्टर देबारी एण्ड शीबा मशूरवाला, उप-प्रबन्धक-टेक्नोलॉजी डवलपमेंट ने ग्रहण किया।
हिन्दुस्तान जिंक के वाइस प्रेसीडेन्ट एण्ड हेड-कार्पोरेट कम्यूनिकेशन पवन कौशिक ने बताया कि हिन्दुस्तान जिंक पर्यावरण नियमों का सख्ती से अनुपालन तथा सभी प्रचालनों में पर्यावरण अनुकूल तकनिकों का उपयोग करती है। यह पुरस्कार हिन्दुस्तान जिंक के जीरो वेस्टेज एवं जीरो डिस्चार्ज के प्रयासों को प्रमाणित करता ह।
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