उदयपुर। जावर टाइगर्स टीम ने जिंक फुटबाल टूर्नामेंट के पहले संस्करण में मंगलवार को दोहरी खिताबी सफलता हासिल की। जावर टाइगर्स ने लडक़ों के अंडर-14 तथा लड़कियों के अंडर-14 वर्ग का खिताब जीता जबकि लडक़ों के अंडर-12 वर्ग का खिताब चंदेरिया बक्स को हासिल हुआ। लडक़ों के अंडर-14 वर्ग के फाइनल में जावर टाइगर्स टीम ने अगुचा बीयर्स को 1-0 से हराया। अगुचा बीयर्स टीम के कुलदीप सिंह को इस कटेगरी में मैन आफ द टूर्नामेंट चुना गया। लडक़ों के अंडर-12 कटेगरी के फाइनल में चंदेरिया बक्स टीम ने दरीबा वूल्भ्स को 2-0 से हराया। विजेता टीम के नारायण सुखवाल को इस कटेगरी में मैन आफ द टूर्नामेंट चुना गया।
लड़कियों के अंडर-14 कटेगरी में जावर की टीम ने चंदेरिया बक्स को 2-1 से पराजित किया। इस मैच का फैसला पेनाल्टी शूटआउट के बाद हुआ। निर्धारित समय तक दोनों टीमें गोल रहित बराबरी पर थीं। अगुचा टीम की माया बालाई को प्लेअर आफ द टूर्नामेंट चुना गया। फाइनल मैच में स्थानीय दर्शकों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया और राज्यभर से आए खिलाडिय़ों की हौसला अफजाई की।
जिंक फुटबाल टूर्नामेंट का आयोजन हिंदुस्तान जिंक (वेदांता ग्रुप कम्पनी )द्वारा किया गया। वेदांता ग्रुप राज्य में फुटबाल के खोए गौरव को फिर से स्थापित करना चाहता है। जिंक फुटबाल टूर्नामेंट का फाइनल राज्य के चार जिलों के छह सामुदायिक केंद्रों - अगुचा, चंदेरिया, दरीबा, उदयपुर, देबारी और जावर में एक महीने तक हुए क्वालीफाईंग राउंड के बाद किया गया। फाइनल में जगह बनाने के लिए राज्य के इन छह फुटबाल केद्रों के बीच जोरदार प्रतिस्पर्धा हुई।
जिंक फुटबाल सलाहकार अनन्या अग्रवाल ने कहा कि जिंक फुटबाल टूर्नामेंट के पहले संस्करण के दौरान हम प्रतिभा के स्तर को देखकर हैरान हैं। इससे यह साबित हुआ कि इन खिलाडिय़ों की सही दिशा में प्रशिक्षण मिल रहा है। हम राज्य में फुटबाल को आगे ले जाना चाहते हैं। राज्य को भारतीय फुटबाल के मानचित्र पर स्थापित करने की दिशा में यह टूर्नामेंट पहले बड़े कदम के तौर पर याद किया जाएगा। जिंक फुटबाल टूर्नामेंट की सफलता के बाद हिंदुस्तान जिंक ने पूरे साल राज्य में फुटबाल गतिविधियां जारी रखने का वादा किया है। उसका मकसद राजस्थान की प्रतिभाओं को खोजना, निखारना और उन्हें एक उपयुक्त प्लेटफार्म उपलब्ध करना है, जहां से वे आगे जाकर देश के लिए खेल सकें।
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