उदयपुर। वर्तमान दौर में विद्यालय के बच्चें १०वीं व १२वीं के बाद ग्रेजुशन करें या कौनसा कोर्स करें। क्या आगे जाकर कोई नौकरी मिल पायेगी या नहीं इसको लेकर अक्सर चिन्तीत रहतें है। इसको लेकर बाल दिवस पर हिन्दुस्तान जिंक देबारी के अनुठे प्रयास से सीएसआर विभाग में कार्यरत १७ कर्मचारीयों ने ग्रामीण विकास कार्यक्रम के तहत आस-पास के ११ विधालयों में जाकर नवीं से लेकर १२वीं कक्षा के करीब ९०० विद्याार्थियों को कैरियर बनाने के लिए विस्तार से जानकारी दी। जिससे आने वाले समय में बच्चों के लिए रोजगार के दरवाजे खुले जिससे बच्चों को किस दिशा में जाना है। उसका सही निर्णय कर सकें । सीएसआर अधिकारी ने बताया कि हिन्दुस्तान जिंक के श्याम चौधरी, जयंती शेखावत, परिधी, अभिषेक भारद्ववाज, अभिमन्युसिंह, गौरव जिन्दल, देवेन्द्र कुमार, बन्टी दायमा, साउमया प्रसाद, श्रीयंका, आयुष सिन्हा, राहुल पातरो, बिनाता नन्दम, अरथना घोष, आलोक कुमार, अनुप मिश्रा एवं अजमीरा तिरूपति ने क्षेत्र के तुलसीदास की सराय, देबारी बालक, जिंकस्मेल्टर, डबोक, भैसडाकला, साकरोदा, देबारी बालिका, बिछडी, भल्लो का गुडा, सिंहाडा, भैसडा खुर्द गांव के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय के बालक बालिका को केरियर बनाने के टिप्स दिये। इस अवसर पर हिन्दुस्तान जिंक के सीएसआर समन्यवक महेन्द्र बारबर, मोतीलाल शर्मा, प्रभुलाल मेघवाल सहित टीम उपस्थित थी।
Source :