उदयपुर, देव प्रबोधिनी एकादशी रविवार को नारायण सेवा संस्थान के सेवा महातीर्थ, बड़ी ग्राम में तुलसी-शालिग्राम विवाह सोल्लास सम्पन्न हुआ। गणपति एवं कलश स्थापना के पश्चात विवाह की वैदिक पारम्परिक रस्में तोरण, हल्दी, मेहंदी व बिन्दौली का निर्वाह हुआ। इसके बाद वैष्णों -देवी मंदिर प्रांगण से शालिग्राम जी की बारात रवाना हुई। पाणिग्रहण की विधियां वर पक्ष के अमेरिका प्रवासी दम्पत्ति वीरेंद्र कुमार - गीता देवी तथा कन्या पक्ष के कैथल (हरियाणा) निवासी ललित कुमार - अंजु देवी के सानिध्य में संपन्न हुई। इससे पूर्व संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने अपने संदेश में इस विवाह को सनातन संस्कृति का पुण्यदायी एवं सौभाग्यशाली संस्कार बताया। गोधूलि वेला में विवाह पं.विकास उपाध्याय व पं. उपेन्द्र शास्त्री के निर्देशन में हुआ। इस अवसर पर संस्थान के ट्रस्टी- निदेशक देवेंद्र चौबीसा , राकेश शर्मा, विष्णु शर्मा हितैषी, रोहित तिवारी, अनिल आचार्य, दिलीप चौहान, बंशीलाल मेघवाल तथा देशभर से निःशुल्क सर्जरी हेतु आए दिव्यांग एवं उनके परिजन भी उपस्थित थे। संयोजन महिम जैन ने किया।