उदयपुर, “अरावली ग्रीन वॉल, हरियालो राजस्थान, नर्सरी सुदृढ़ीकरण एवं वन्यजीव तकनीक” विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण एवं कार्यशाला का आयोजन एचसीएम रीपा उदयपुर में रविवार को किया गया।
उप वन संरक्षण उत्तर शैतान सिंह देवड़ा ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य क्षेत्रीय वन अधिकारियों, वनपालों, वनरक्षकों एवं नर्सरी प्रभारियों को वृक्षारोपण, नर्सरी प्रबंधन तथा वन्यजीव संरक्षण से संबंधित तकनीकी जानकारी प्रदान करना तथा हरियालो राजस्थान योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु आपसी समन्वय को सुदृढ़ करना था।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि मुख्य वन संरक्षक (उदयपुर) सुनील चिद्री ने “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के अंतर्गत पौधारोपण कर किया। अपने उद्घाटन संबोधन में उन्होंने अरावली क्षेत्र में वृक्षारोपण की वैज्ञानिक पद्धतियों के माध्यम से हरित आवरण बढ़ाने के महत्व पर बल दिया तथा हरियालो राजस्थान अभियान को सफल बनाने हेतु सुझाव भी दिए।
कार्यशाला में विशेषज्ञ डॉ. सतीश शर्मा फील्ड स्तर पर कार्यान्वयन की व्यावहारिक चुनौतियाँ एवं उनके समाधान साझा किए। कार्यशाला के दौरान उप वन संरक्षक (उत्तर) अजय चित्तौड़ा, उप वन संरक्षक एस.एस. देवड़ा तथा सुनील सिंह ने भी प्रतिभागियों से संवाद किया। सहायक वन संरक्षक राजेंद्र सिंह, मनीष मीना, कपिल राजपुरोहित एवं घनश्याम कुमावत उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंतिम चरण में चर्चा सत्र आयोजित किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने अपने अनुभव एवं सुझाव प्रस्तुत किए।