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वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान ने लिया जन आंदोलन का रूप प्रदेश भर में सवा दो लाख इवेंट, 4.55 करोड़ से अधिक लोगों की भागीदारी

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19 Jun 25
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वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान ने लिया जन आंदोलन का रूप प्रदेश भर में सवा दो लाख इवेंट, 4.55 करोड़ से अधिक लोगों की भागीदारी

उदयपुर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की मंशा के अनुरूप वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान ने जन आंदोलन का रूप ले लिया है। प्रदेश भर में अभियान को लेकर आमजन में अपार उत्साह है। अब तक प्रदेश में सवा दो लाख से अधिक इंवेट आयोजित हो चुके हैं, जिनमें 4.55 करोड़ लोगों की सहभागिता रही है। अकेले उदयपुर जिले में ही 13300 से अधिक इंवेट में साढे 13 लाख से अधिक जनभागीदारी दर्ज की जा चुकी है।

जल संचय और पर्यावरण संरक्षण के प्रति आमजन को जागरूक करने की मंशा से राज्य सरकार ने 5 जून से प्रदेशव्यापी वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान का आगाज कियाहै। 20 जून तक चलने वाले इस अभियान को लेकर प्रदेश भर में अपार उत्साह देखा जा रहा है। 18 जून को दोपहर पूर्व तक प्रदेश भर में अभियान के तहत 2 लाख 15 हजार से अधिक इंवेट ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज हो चुके थे।पोर्टल पर इन इंवेट की जिओ टेगिंग के साथ फोटो भी साझा की जा रही है। इन इवेंट्स में अब तक 4 करोड़ 55 लाख से अधिक लोगों की भागीदारी भी दर्ज की गई है। इन आयोजनों में

उदयपुर टॉप - 2 में
जिला कलक्टर नमित मेहता के निर्देशन में टीम उदयपुर अभियान में पहले दिन से ही बेहतरीन काम कर रही है। अभियान में उदयपुर जिला प्रारंभ से ही टॉप-5 में शामिल रहा। वहीं उदयपुर ने पहला स्थान भी दर्ज किया था। 18 जून की शाम 5 बजे तक उदयपुर जिला 13 हजार 305 इवेंट्स के साथ प्रदेश में दूसरे स्थान पर कायम है। इन आयोजनों में जिले के लगभग साढ़े 13 लाख लाख लोगों ने भाग लिया।

यह हुई गतिविधियां
अभियान के दौरान विविध गतिविधियांआयोजित की गई। इसमें आमजन को जागरूक करने के लिए जल पूजन, पीपल पूजन, कलश यात्राएं, प्रभात फेरी, बच्चों की निबंध, पोस्टर स्पर्धाएं, नुक्कड़ नाटक आदि कार्यक्रम हुए। वहीं जलस्त्रोतों की सफाई के लिए जगह-जगह श्रमदान कार्यक्रम किए गए। हरयाळो राजस्थान के तहत पौधरोपण को लेकर व्यापक तैयारियां की गई। मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तहत निर्मित संरचनाओं का लोकार्पण, अवलोकन हुआ। वहीं नई संरचनाओं के कार्य भी प्रारंभ किए गए। कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान के तहत भामाशाहों के सहयोग से वाटर हार्वेस्टिंग के काम भी बड़े पैमाने पर किए जा रहे हैं। अभियान में सभी विभागों की सक्रिय भागीदारी देखने को मिल रही है।


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