उदयपुर । राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद की प्रेरणा से संचालित नम्रता कौशल विकास केंद्र द्वारा "सशक्त सुई-धागा" त्रिदिवसीय मोटिवेशनल एवं स्किल डेवलपमेंट शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में सुदूर वनवासी अंचलों के 17 गांवों की 280 बहनों ने भाग लिया, जो जूट, एलखड़ी और हैंडलूम कपड़ों पर सुंदर कशीदाकारी कर अपनी आर्थिक स्थिति को सशक्त बना रही हैं।
इनमें से चयनित 85 बहनों के लिए विशेष शिविर आयोजित किया गया, जिसमें संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, विधि संकाय की डीन कला मुनेत, राउंड टेबल क्लब अध्यक्ष अक्षिता सिंघवी, तथा परिषद के अनुभवी पदाधिकारियों ने भाग लेकर बहनों को प्रोत्साहित और मार्गदर्शन प्रदान किया।
शिविर के दौरान बहनों को बौद्धिक, मानसिक और शारीरिक विकास से जुड़े विषयों पर प्रेरक सत्रों के माध्यम से आगे बढ़ने की दिशा में प्रेरित किया गया।
शिविर अध्यक्ष डॉ. राधिका लड्ढा, उपाध्यक्ष कुसुम बोर्दिया, निदेशक सरला मूंदड़ा, सचिव सरोज बाफना, कोषाध्यक्ष विमला मूंदड़ा, तथा शिविर प्रभारी वेणु कौशिक की प्रमुख भूमिका रही।
इसके अतिरिक्त पूर्णिमा कुमावत, इंदिरा जैन, और श्यामला वर्डिया की विशेष उपस्थिति भी सराहनीय रही।
शिविर के समापन पर पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ सभी बहनों को फलदार पौधे वितरित किए गए एवं वार्षिक प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की गई।
कार्यक्रम का समापन कल्याण मंत्र के साथ किया गया।
कोषाध्यक्ष श्रीमती विमला मुंदडा शिविर प्रभारी श्रीमती
वेणु कौशिक एसदस्य श्रीमती पूर्णिमा कुमावतए श्रीमती इंदिरा जैन एवं श्रीमती श्यामला वर्डिया आदि की विशेष उपस्थिति से यह शिविर संपन्न हुआ। पर्यावरण रक्षा हेतू सभी बहनों को फलदार पौधे व वार्षिक प्रोत्साहन राशि भी दी गई । कल्याण मंत्र के साथ शिविर संपन्न हुआ