उदयपुर। जोधाणा पब्लिसिटी की ओर से शहर के बी एन कॉलेज ग्राउंड में 29 जून से प्रारंभ हुए मेले में उदयपुर में पहली बार इंडिया का सबसे बड़ा अंडरवाटर फिश टनल के साथ ही शॉपिंग का महाकुंभ भी लगा है। यहां पर शॉपिंग के साथ ही मनोरंजन के कई साधन, खाना पीना, विभिन्न प्रकार के आसमान छूते झूले, बच्चों के झूलों के साथ ही और भी बहुत कुछ आकर्षण के केंद्र है।
जोधाणा पब्लिसिटी के दिनेश गौड़ ने बताया कि यह मेला 29 जून से शुरू हुआ है जो 28 जुलाई तक चलेगा। इसमें बच्चों से लेकर युवा महिला पुरुष एवं बुजुर्गों तक के लिए कई आकर्षक एवं घरेलु चीजें उपलब्ध है। यह मेला देश-विदेश के लजीज व्यंजनों से मकता हुआ है। यहां पर विभिन्न प्रकार की लगभग सत्तर स्टॉल्स लगी है। जहां पर लोगों के मनपसंद के कपड़े एवं घरेलू आइटम मिल रहे हैं। मेले के चौथे दिन ही शहर वासियों की भीड़ उमड़ रही है।
मेले में अपने उत्पाद बेचने आए नाकोड़ा सुपारी भंडार जोधपुर के राकेश पेशवा ने बताया कि उनके पास कद्दू के बीज जो कि हार्ट, शुगर और बीपी को कंट्रोल करने के काम में आते हैं ऐसे कई तरह के आईटम हैं जो शरीर की विभिन्न व्याधियों से छ़ुटकारा दिलाने में लाभकारी है। जैसे सूर्यमुखी एवं चियासिट घुटनों के दर्द में लाभकारी माना जाता है। इनके साथ ही जो आम तौर पर लोग जिन्हें देखते ही खरीदते हैं उनमें अनारदाना, आलु बुकारा, हरडे, पाचक मुखवास, हींग पेड़ा, इमली लड्डु, आंवला, सुपारी, आमचुर्ण, पोदीना वटी, पीपल, पाचक सोफ, मीठा छुआरा, अजवायन, पाचक अदरक, पाचक पानचुरी, जेम्स लेजी, जीरा गोली, मसाला, केरी जेली, आम टॉफी, खट्टी खारक, खट्टा आम, पापड़, हींग गोली आदि उपलब्ध हैं जिन्हें शहरवासी खरीदे में रूचि दिखा रहे हैं।
उन्होंने अलसी खाने के फायदे बताते हुए कहा कि इसकी एक खुराक लेते ही कब्ज दूर होती है। हार्ट अटेक व कैंसर जैसी बीमारी को होने से पहले ही रोकने में सहायक, अलसी मे सौ गुना धिक लिगनेन होता है, जो कैंसर रोधक व रक्त को पतला बनाये रखने में मददगार साबित होता है। इसके साथ ही शुगर केलोस्ट्रोल, थॉयराईड रोग में भी लाभदायक माना जाता है। यही नहीं यह सिरदर्द, आलस्य व जोड़ो के दर्द को मिटाता है। अलसी में 27 प्रतिशत फाइबर, 3 प्रतिशत फैटी एसिड होता है जिससे पथरी, त्वचा का रूखापन, मुंहासे, एन्जिमा, खुजली, बाल झडऩा आदि में कारगर होता है।