भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर के संस्थापक, संचालक पद्मश्री स्व. देवीलालजी सामर की 41 वीं पुण्यतिथि पर दिनांक 3.12.2023 को संस्था प्रांगण में स्थित आदमकद प्रतिमा पर प्रातः 09ः00 बजे पुष्पांजली अर्पित की गई इस अवसर पर लोक कला मण्डल के कलाकारो ने भजन कीर्तन किये एवं अशोक नगर स्थित शमशान घाट समाधी पर पुष्पांजलि कर श्रद्धा सुमन अर्पित की गई ।
भारतीय लोक कला मण्डल के निदेशक डॉ. लईक हुसैन ने बताया की स्व. पद्मश्री देवीलाल सामर साहब ने वर्ष 1952 में भारतीय लोक कला मण्डल की स्थापना लोक कलाओं, लोक नृत्यों, लोक गीतों एवं कठपुतली कला का संरक्षण, संवर्धन तथा उन्हें प्रचारित प्रसारित करने के साथ कलाकारों को प्रोत्साहित करने के उद्धेश्य से की थी। तबसे पिछले 72 वर्षों से कला मण्डल इसी दिशा में अग्रसर होकर विश्व में अपना विशिष्ठ स्थान बनाये हुए है। उन्होंने बताया की उनकी स्मृति में यही सच्ची श्रद्धांजली होगी की उनके बताये मार्ग पर चल कर कलाओं एवं कलाकारों को उचित मान सम्मान मिलता रहे। इस अवसर पर संस्था के मानद सचिव सत्य प्रकाश गौड, मुख्य कार्यकारी अधिकारी तेजेन्द्र सिंह मारवाह एवं समस्त कार्यकर्ता एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।