46 वर्ष पूर्व साध्वी जीवन आचार्यश्री नानेश से ग्रहण किया था।
अस्वस्थता के बावजुद हर समय स्वध्याय , शास्त्र वाचन व साध्वी नियमो को कठोरता से पालन कर रहे थे।
सैकडो समाज जन की उपस्थिति मे डोल यात्रा निकली
जय जय नन्दा, जय जयभद्दा के जयघोष हुए
उदयपुर ,
साधुमार्गी जैन आचार्य रामेश की सुशीष्या श्री शान्त प्रभा जी म.सा. का देवलोक गमन 1 दिसम्बर को प्रातः 10.40 बजे था।
आप लम्बे समय से अस्वस्थ थे। अस्वस्थता के बावजुद आप अपने साध्वी धर्म को पूर्ण नियम से पाल रहे थे। आप अस्वस्थता के बाद भी हर समय स्वाध्याय , शास्त्र वांचन व आत्म साधना मे तल्लीन थे।
आपकी डोल यात्रा 1 दिसम्बर को दोपहर 2:00 बजे *पौषधशाला, भड़भुजा घाटी, उदयपुर* से अशोक नगर, मोक्ष धाम समाज जनो की उपस्थिति मेंव जयकारों के साथले जाई गई जहां उनकै पार्थीव शरीर को मुखाग्नी दी गई व उनकी आत्मा के नव लोक के विचरण के साथ ही शेष शरीर पंचतत्व मे विलिन हो गया।
समाज जनो ने अवसर पर 4 - 4 लोगस्स का ध्यान किया।
2 दिसम्बर को प्रात: 9.30 पर पोषधशाला भडभुजा घाटी पर गुणानुवादसभा आयोजित की जाएगी।
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