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औद्योगिक स्वचालन एवं स्मार्ट कृषि गतिविधियों में मेकाट्रॉनिक्स की भूमिका

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26 Oct 21
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औद्योगिक स्वचालन एवं स्मार्ट कृषि गतिविधियों में मेकाट्रॉनिक्स की भूमिका

यांत्रिकी अभियांत्रिकी विभाग, तकनीकी एवं कृषि महाविद्यालय, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के तत्वावधान मेंआईडीपी/एनएएचईपी प्रायोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबगोष्ठी "औद्योगिक स्वचालन एवं स्मार्ट कृषि गतिविधियों में मेकाट्रॉनिक्स की भूमिका" का आयोजन दिनांक 22 अक्टूबर 2021 को किया गया।विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एम.ए. सलोदा ने राष्ट्रीय वेबगोष्ठीके बारे में संक्षिप्त जानकारी दी।महाविद्यालयकेअधिष्ठाता महोदय प्रोफेसरपी.के. सिंहने सभी माननीय अतिथियों का स्वागत करते हुए स्वचालन एवं स्मार्ट कृषि में मेकाट्रॉनिक्स के अनुप्रयोग के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर नरेंद्र सिंह राठौड़, माननीय कुलपति महोदय, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,उदयपुरने उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि, सेफ्टी एवं सिक्योरिटी में मेकाट्रॉनिक्स के महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी।उत्पाद की विश्वसनीयता बढ़ाने में मेकाट्रॉनिक्स के योगदान का संक्षिप्त में वर्णन करते हुए सेंसर तथा रोबोटिक्स का कृषि में महत्व पर प्रकाश डाला।कुलपति महोदयने आधुनिक कृषि में SMART:- S- स्पेसिफिक टास्क, M- मेज्रेबल क्वालिटी, A-अटेनेबल टारगेट, R- रियलिस्टिक इन नेचर, T- टाइम बाउंड की व्याख्या की। इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन डॉ चितरंजन ने किया तथा डॉ. भेरू लाल सालवी, आयोजन सचिव ने उदघाटन सत्र में धन्यवाद ज्ञापित किया |
तकनीकी सत्र में राष्ट्रीय वेब गोष्ठी के मुख्य वक्ता, नीयो इंजिनियर्स, पुणे, के मैनेजिंग डायरेक्टरश्री मिलिंद चुड्गर ने मैकेनिकल एवं प्रोसेस इंडस्ट्री के बारे में बताते हुए रिमोट डाटा एनालिसिस को समझाया तथा डिजाइन, डेवलपमेंट एवं टेक्निकल ट्रेनिंग के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इंडस्ट्री 4.0 तथा IoLink के बारे में बताते हुए मेकाट्रोनिक्स इंजीनियर का इंडस्ट्री में योगदान के बारे में बताया।तकनीकी सत्र के द्वितीय वक्ता डॉ. भेरू लाल सालवीने ऑटोमेशन एवं स्मार्ट एग्रीकल्चर में मेकाट्रॉनिक्स के योगदान के बारे में बताते हुए मेकेनाइज्ड इन्टरनेट ऑफ़ थिंग्स (MIoT)के बारे में विस्तृत जानकारी दी एवं उसके अलग-अलग क्षेत्रों में अनुप्रयोगों को समझाया।एग्रीकल्चर रोबोटिक्स के अनुप्रयोग से खेती-बाड़ी में होने वाले फायदों पर प्रकाश डाला।तृतीय वक्ता डॉ. चितरंजनने डाटा एक्विजिशन सिस्टम तथा LabView सॉफ्टवेयर के बारे में विस्तृत जानकारी दी।वेब गोष्ठी के समापन सत्र में डॉ. एम. एस. खिड़िया ने माननीय कुलपति महोदय, अधिष्ठाता महोदय, वरिष्ठअधिकारीपरिषदसदस्य, एवं अन्य अतिथिगणों, प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।


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