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खान विभाग की कमेटी ने किया हिन्दुस्तान जिंक का निरीक्षण

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11 Sep 21
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खान विभाग की कमेटी ने किया हिन्दुस्तान जिंक का निरीक्षण

उदयपुर । खान विभाग की कमेटी द्वारा हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड के पक्ष में स्वीकृत खनन पट्टा के रॉयल्टी भुगतान के संबंध में गहन निरीक्षण किया गया। उदयपुर जोन के अतिरिक्त निदेशक (खान) की अध्यक्षता में वित्तीय सलाहकार, अतिरिक्त निदेशक (भूविज्ञान) मुख्यालय, वरिष्ठ रसायनज्ञ की गठित कमेटी द्वारा खनन पट्टा संख्या 7/1995 वास्ते खनिज केडमियम, लेड, सिल्वर व जिंक निकट-ग्राम सिन्देसर खुर्द, रेलमंगरा, राजसमंद एवं खनन पट्टा संख्या 166/2008 वास्ते खनिज केडमियम, लेड, सिल्वर व जिंक निकट ग्राम राजपुरा, रेलमंगरा, राजसमंद जो कि मैसर्स हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड के पक्ष में स्वीकृत है, का निरीक्षण कर धातु जिंक, लेड एवं सिल्वर के निष्कर्षण के बारे में जानकारी ली।  
कमेटी ने देखी सम्पूर्ण प्रक्रिया:
कम्पनी द्वारा रॉम को तीन स्टेज में 150एमएम से 20एमए तक क्रश्ड किया जाता है। फिर बॉल मिल एवं रॉड मिल में इस खनिज को 75 माईक्रोन तक ग्राइण्ड किया जाता है। स्क्रीन फ्लो सिस्टम पर एक्सरे विश्लेषण द्वारा रिकॉर्डिंग अयस्क ग्रेड की निगरानी और प्रयोगशाला परीक्षण के नमूने एकत्रित किये जाते हैं। तत्पश्चात् फ्रॉथ फ्लोटेशन के द्वारा बेनिफिसियेशन और सेप्रेशन के माध्यम स्पेलेराईट एवं गेलेना को अलग किया जाता है। कम्पनी द्वारा स्थापित एकीकृत परिवहन प्रबंधन प्रणाली के माध्यम से ऑर कन्सनट्रेट को स्मेल्टर में भेजा जाता है। तत्समय खनिज वाहन कार्मिक विहिन स्वचालित वे-ब्रिज पर खनिज वजन व ई-रवन्ना जारी होती है। उस समय भी खनिज सेम्पल लिये जाते हैं, जो प्रयोगशाला में प्रेषित किये जाते हैं। प्रयोगशाला में नमूनों की जॉंच प्रक्रिया, रेकॉर्ड संधारण तथा नमूनों के संरक्षण प्रबंधन आदि की प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी की गई।
इस खनिज के कन्स्ट्रेटिंग स्मेल्टिंग के लिए शिवपुर प्रेषित किया जाता है जहां पर विभिन्न कंसंट्रेट को सम्मिश्रण किया जाता है, सान्द्रण का ऑक्सीकरण किया जाता है, इस प्रक्रिया से सल्फ्यूरिक एसिड का निर्माण किया जाता है तथा इलेक्ट्रोलिसिस विधि द्वारा जस्ता और सीसा धातुओं का निष्कर्षण किया जाता है। इसके सम्पूर्ण परिष्किरण प्रक्रिया में संधारित किये जाने वाले रिकॉर्ड का अवलोकन किया गया। कमेटी द्वारा सम्पूर्ण निरीक्षण देय अधिशुल्क की अदायगी के सही आंकलन के लिये किया गया।


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