उदयपुर। साध्वी उपेन्द्र यशा श्री ने कहा कि चातुर्मास तपस्या, ज्ञान, साधना करने का उत्तम समय है क्योंकि चातुर्मास धर्म,के साथ मोक्ष की मंजिल की राह दिखाता है।
वे आज थोब की बाड़ी स्थित आदिनाथ जैन मंदिर में चल रहे चातुर्मास के दौरान प्रवचन में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि जो साधक श्रावण मास में चाुतर्मास नियमों का पालन करता है वह साधना का खजाना प्राप्त कर लेता है। नियम का पालन नहीं करने वाला व्यक्ति अपने ही हाथेां से अमृत कलश को गिरा देता है।
साध्वी ने कहा कि चातुर्मास काल में ऐसे संयोग बनते है कि व्यक्ति की अंातरिक भावना भी धर्म करने की स्वतः बन जाती है।
थोब की बाड़ी के अध्यक्ष मनोहरसिंह नलवाया ने बताया कि थोब की बाड़ी में प्रतिदिन साध्वी उपेन्द्र यशा के मुखारविन्द से प्रवचन की धारा बह रही है। कल गौतम स्वामी पर भव्यानुष्ठान हुआ। कल से सौभाग्य कल्पवृक्ष तप प्रारम्भ हुये है। जिसमें साधक भाग ले रहे है। प्रतिदिन प्रवचन से पूर्व भक्तामर पाठ होता है। उसमें प्रतिदिन तीन लक्की ड्रा खोले जाते है।