उदयपुर, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुरके संघटक सामुदायिक एवं व्यवहारिक महाविद्यालय द्वारा इण्डस्ट्री इन्टरफेस कार्यक्रम के तहत स्टार्टअप्स के लिए डिजिटल मार्केटिंग रणनीति विशेष वाता का आयोजन किया गया जिसमें 216 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय कुलपति महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय डाॅ. नरेन्द्र सिंह राठौड़ ने विभिन्न डिजिटल मार्केटिंग के माध्यमों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि इन माध्यमों के सही उपयोग हेतु उद्यमी की रचनात्मक सोच का होना आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि डिजिटल माध्यम द्वारा उत्पाद को कम समय व खर्च में अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाया जा सकता है तथा यह नव उद्यमी के लिए माकेटिंग का आसान व सहज तरीका है।
मुख्य वक्ता श्री नमन सिंघल, बाण्ड स्ट्रेटिजिस्ट व बिजनेस डवलमंेट मेनेजर, आई.एफ.डब्ब्ल्यू., टेक्नो क्रियेशन्स लि., उदयपुर ने डिजिटल मार्केटिंग की अवधारणा, विभिन्न माध्यम तथा रणनीति के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उत्पाद की मार्केटिंग में सबसे महत्वपूर्ण बाज़ार का विश्लेषण, उचित कीवर्ड व संदेश का चयन तथा प्रचार हेतु उचित माध्यम का चुनाव है। उन्होंने यह भी बताया कि उद्यमी को बजट प्लानिंग, ब्रांड की जानकारी, बाजार की बारिकियों की पहचान तथा उपभोक्ताओं की रूचि एवं आवश्यकताओं के बारे में जानकारी होना भी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने सोशल मार्केटिंग के विभिन्न टूल्स तथा डिजिटल मार्केटिंग क्षेत्र में उपलब्ध विभिन्न रोज़गार अवसरों की विस्तृत जानकारी दी।
डाॅ. अजय कुमार शर्मा, पी.आई.डी.पी.ने कहा कि स्टार्टअप्स को अपनी ब्राण्ड की पहचान बनाने में डिजिटल मार्केटिंग एक महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों का सरकार द्वारा चलाये जा रहे स्टार्टअप इण्डिया कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी लेकर उससे लाभ उठाना चाहिए।
डाॅ. शांति कुमार शर्मा, निदेशक अनुसंधान ने इस बात पर बल दिया कि विद्यार्थियों को गुगल जियो डिजिटल माकेटिंग के बारे में जानना आवश्यक है। यह भी कहा कि स्टार्टअप की सफलता डिजिटल मार्केटिंग रणनीति काो सही रूप से अपनाने पर ही निर्भर है।
महाविद्यालय की अधिष्ठाता डाॅ. मीनू श्रीवास्तव ने अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस प्रकार का कार्यक्रम विद्यार्थियों को उद्यम स्थापना हेतु प्रेरित करने एवं सफल उद्यिमों के साथ वार्तालाप करवाने उनके अनुभवों से सीखने एवं विभिन्न उद्योग क्षेत्रों में स्टार्टअप की सम्भावनाओ को तलाशने एवं आने वाली चुनोतियो के बारे में जागरूक करना हैं। ताकि उनका झुकाव स्वयं के उद्यम स्थापना हेतु किया जा सके।
आयोजन सचिव डाॅ. धृति सोंलकी ने मुख्य वक्ता का परिचय दिया व प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का संचालन किया। सह आयोजन सचिव डाॅ. राजश्री उपाध्याय ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम के संयोजक डाॅ. प्रकाश पंवार ने कार्यक्रम की संक्षिप्त की टिप्पणी की। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. सोनू मेहता द्वारा किया गया।