महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रैाद्यैागिकी विश्वविद्यालय उदयपुर की संघटक इकाई सामुदायिक एवं व्यावहारिक विज्ञान महाविद्यालय द्वारा दिनाकं 13 जनवरी 2021 को अन्तिम वर्ष की छात्राओं को “स्टूडेट रेडी प्रोग्राम के अन्तर्गत सर्वे एवं इनप्लानट ट्रेनिग के बारे में अवगत किया गया, पांचो विभागों यथा आहार व पोषण , मानव विकास एवं पारिवारिक अध्ययन, पारिवारिक संसाधन प्रबंधन, वस्त्र विज्ञान एवं परिधान अभिकल्पन, प्रसार शिक्षा एवं संचार प्रबन्धन, द्वारा आमुखीकरण व्याख्यान दिए गए । सम्न्वयक डाॅ प्रकाश पंवार ने बताया कि विभागा अध्यक्षाओं डाॅ सीमा दिवेदी, डाॅ. सुधा बाबेल, डाॅ. प्रकाश पंवार, डाॅ. गायत्री तिवारी,, डाॅ. सरला लखावत द्वारा छात्राओं को विषय विशेष के सम्बन्धित तकनिकियों कि आवश्यकता व महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
अधिष्ठाता डाॅ. मीनू श्रीवास्तव ने बताया कि पाठय्क्रम कि अनिवार्यता के कारण छात्राओं को 10 हफ्तो तक गांव में ‘‘ग्रामीण जागरूकता कार्यानुभव देने का प्रावधान है। इस हेतु छात्राओं को विश्वविद्यालय द्वारा अंगीकृत गांव मदार का क्षेत्रीय भ्रमण करवाया गया। तदनुरूप गांव कि आवश्यतका अनुसार प्रशिक्षण आयोजित करने के मद्देनजर वैज्ञानिकों के तीन सत्र आयोजित किए गए।
प्रथम सत्र् में प्रोफेसर इन्द्रजीत माथुर, नोडल आॅफिसर एटिक ने छात्राओं को गांव के संरचनात्मक रूप रेखा से अवगत कराया तथा उनसे कार्यानुभव के दौरान पूर्ण समर्पण, सहयोग, निष्ठा तथा परानुभूति के साथ कार्य सीखने व सिखाने का आह्नान किया ।
द्वितीय सत्र् में डाॅ. सुधीर जैन, छात्र कल्याण अधिकारी ने छात्राओं से योग महत्ता को उदाहरण सहित समझाया । आपने छात्राओं से ग्रामीण परिवेश को पूरी तरह समझकर तथा उसी के अनुसार प्रशिक्षण की आयोजित करने की मंशा जताई।
अंतिम सत्र् में डाॅ. एस. आर. भाकर, निदेशक आवासी निर्देशन ने बताया जल संग्रहण के बारे में विस्तार से समझाते हुए यह विश्वास जताया की छात्राएं न केवल जल के उपयोग व बचत पर ही ध्यान केन्द्रीत करे बल्कि प्रतिमाह आने वाले बिल के बारे में स्वंय भी समझे और गांव वालो को भी समझाए ।