पेसिफिक यूनिवर्सिटी, उदयपुर के फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में माइक्रोग्रिड तथा आईलैंडिंग डिटेक्शन पर वेबिनार का आयोजन किया।
फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के निदेशक पीयूष जावेरिया ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में नए ट्रेंड्स व नई तकनीको के बारे में बताया | वेबिनार के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान(एन. आई. टी.) जमेशदपुर के डॉ. ओम हरी गुप्ता थे | वेबिनार में 90 प्रतिभागियों ने उपस्थित रही| डॉ.गुप्ता ने माइक्रो ग्रिड तथा आईलैंडिंग डिटेक्शन के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की|उन्होंने बताया की किस प्रकार कन्वेंशनल इलेक्ट्रिकल ग्रिड काम करती है और किस प्रकार माइक्रो ग्रिड के द्वारा कन्वेंशनल ग्रिड की क्षमता को बढाया जा सकता है | डॉ. गुप्ता ने माइक्रो ग्रिड के विभिन्न प्रकार, कैंपस, कम्युनिटी, मिलिट्री, कमर्शियल व इंडस्ट्रियल माइक्रो ग्रिड के बारे में बताया|उन्होंने देश में बिजली की मांग तथा क्षमता के बारे में बताया, साथ ही उन्होंने यह भी बताया की वर्तमान में माइक्रो ग्रिड की क्या आवश्यकता है, डिस्ट्रिब्यूटेड जनरेशन क्यों जरुरी है| उन्होंने आईलैंडिंग डिटेक्शन के प्रकारों के बारे में चर्चा की और बताया की आईलैंडिंग डिटेक्शन के बाद क्या किया जाना चाहिए|इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के हेड डॉ. राजू कुमार स्वामी ने वक्ता डॉ. ओम हरी गुप्ता और सभी प्रतिभागियों का वेबिनार में उपस्थिति के लिए आभार प्रकट किया|