उदयपुर । महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौ.वि.वि. के उच्च अधिकारियों की बैठक बुधवार प्रातः 10ः30 बजे ऑनलाइन आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रो. नरेन्द्र सिंह राठौड़ ने की। एमपीयूएटी कुलसचिव श्रीमती कविता पाठक ने बताया कि बैठक मूलतः कोविड़-19 के दौरान लागू लॉकडाउन के दौरान विश्वविद्यालय के सभी संघठक कॉलेजों के डीन्स से लॉकडाउन के पूर्व विभिन्न पाठ्यक्रमों की स्थिती, लॉकडाउन के दौरान पाठ्यक्रमां का संचालन, ऑनलाइन शिक्षण के दौरान विद्यार्थियों की उपस्थिती व रूचि, शिक्षण कार्यों, अनुसंधान कार्यो, कृषि प्रसार एवं भू सम्पत्ति कार्यों की समीक्षा की गई। इसी प्रकार पोस्ट कोविड़ मे राज्य सरकार के निर्देशानुसार लॉकडाउन खुलने के पश्चात् शिक्षण संस्थाओं के खुलने पर छात्र- छात्राओं के होस्टल मे रहने की व्यवस्था, शिक्षण व्यवस्था, प्रायोगिक कक्षाओं के आयोजन, परीक्षाओं के सम्भावित प्रारूप, व तैयारी को लेकर आयोजित की गई। बैठक मे छूट गऐ शिक्षण कार्य, लेबोरेट्री में प्रेक्टीकल की व्यवस्था, परीक्षाओं के आयोजन की रणनीती व कार्य प्रणाली पर, कॉरोना लॉकडाउन की गॉइडलाईन्स के अनुपालन के साथ हर सम्भव सुझाव, हॉस्टल व मैस मे किए जाने वाले पुख्ता प्रबन्धन, स्टॉफ की व्यवस्था पर गहन चर्चा की गई साथ ही किसी प्रकार की आपातकालीन स्थिती से निपटने के क्या इंतजाम रहेंगे इत्यादि मुद्दों पर भी चर्चा की गई। माननीय कुलपति ड़ॉ. राठौड़ ने बताया कि संभवतः 15 जून विद्यार्थियों की संख्या सीमित रखने के लिए उन्हें आल्टरनेट बुलाने, कॉलेज मे विद्यार्थियों के आने पर गाइडलाइन बनाने व इसके अनुपालन करने, हॉस्टल मे सिंगल रूम की व्यवस्था रखने, मैस मे प्रातः 11.00 बजे से लन्च की व्यवस्था करने व मैस को लम्बे समय के लिऐ खोलने, रात्री मे 9.00 बजे बाद आवाजाही बंद रखने, इसके लिए गाइडलाइन बनाने के आवश्यक निर्देश दिये। उन्होने विद्यार्थियों के शारीरिक व मानसिक स्वस्थ्य के लिऐ नियमित योगा व पर्सनलिटि डेवलपमेंट कक्षाओं की व्यवस्था करने की बात भी कही।
अनुसंधान निदेशक डॉ. अभय कुमार ने बैठक मे बताया कि लॉकडाउन पीरियड में सभी अधिक भारतीय समन्वित कृषि अनुसंधान परियोजना में संचालित फसल परीक्षणों में रबी की फसल की कटाई समय पर पूर्व कर ली गई थी तथा सारे डेटा भी एकत्रित कर लिऐ गऐ थे। खरीफ फसलों की बुवाई की तैयारी भी सभी गाइडलाईन व सावधानियों के तहत की जा रही है। तथा वैज्ञानिकों द्वारा अनेक ऑनलाइन प्रशिक्षणो का आयोजन भी किया जा रहा है।
प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. एस. एल. मूंदड़ा ने बताया कि सभी 8 कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से हर सप्ताह कृषि सलाह का प्रचार प्रसार समाचार पत्रों व एसमएएस के माध्यम से किया जा रहा है तथा कृषकों को कृषि कार्यो व पशुपालन के दौरान सभी सावधानियॉ, मास्क का प्रयोग, हाथ धाने, सामाजिक दूरी इत्यादि सावधानियाँ अपनाने की सलाह समय-समय पर दी जा रही है। इस अवसर पर बैठक की अध्यक्षता कर रहे माननीय कुलपति ने कहा कि केवीके मे किसानों के प्रशिक्षण के दौरान संक्रमण रोकने के लिए सभी आवश्यक सावधानियां अपनाई जाऐ। बैठक में कुलसचिव श्रीमती कविता पाठक, वित्त नियन्त्रक डॉ. संजय सिंह, सभी निदेशक, अधिष्ठाता, छात्र कल्याण अधिकारी, भू सम्पती अधिकारी इत्यादि उपस्थित रहे।