GMCH STORIES

एम.पी.यु.ए.टी. की ५४ वीं अकादमिक परिषद् की बैठक सम्पन्न

( Read 8503 Times)

13 Jul 19
Share |
Print This Page
एम.पी.यु.ए.टी. की ५४ वीं अकादमिक परिषद् की बैठक सम्पन्न

उदयपुर | महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रो.वि.वि. की अकादमिक परिषद् की ५४ वीं बैठक शुक्रवार १२ जुलाई को कुलपति सचिवालय मे सम्पन्न हुई। बैठक माननीय कूलपति प्रो. जे.पी. शर्मा की अध्यक्षता मे आयोजित हुई। बैठक मे विश्वविद्यालय के सभी संगठक महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशक, अकादमिक परिषद् के सदस्य, कुलसचिव श्रीमती कविता पाठक, वित्तनियन्त्रक डॉ. कुमुदिनी चावरीया व अकादमिक परिषद् के सदस्य उपस्थित थे। बैठक मे मूलरूप से निम्न बिन्दुओं पर चर्चा एवं अनुमोदन किया गया।

विगत् ५३ वीं अकादमिक परिषद् के प्रस्तावों का अनुमोदन।

अकादमिक परिषद् की बैठक में माननीय कुलपति ने विश्वविद्यालय प्रोस्पेक्टस २०१९-२० का अनुमोदन एवं विमोचन किया।

इस विवरणिका को डॉ. सुबोध शर्मा, अधिष्ठाता मात्स्यकी महाविद्यालय के संयोजन में गठित समीति ने तैयार किया है जिसका प्रकाशन कुलसचिव द्वारा तथा प्रिटिंग का कार्य विश्वविद्यालय संचार केंद्र द्वारा किया गया है।

बैठक में अभियान्त्रिकी महाविद्यालय के बी.टेक के विभिन्न पाठ्यक्रमों के पुनर्गठन का अनुमोदन किया गया।

अभियान्त्रिकी महाविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में इस वर्ष दिये जाने वाले प्रवेश एवं सीटों का अनुमोदन।

राजस्थान कृषि महाविद्यालय में सूत्र कृमि विभाग में पी.एच.डी. पाठ्यक्रम पुनः प्रारम्भ करने एवं कीट विज्ञान विभाग में एम.एस.सी. एवं पी.एच.डी. पाठ्यक्रमों मे सीटें बढाने के प्रस्ताव का अनुमोदन।

कृषि महाविद्यालय भीलवाडा, एवं डेयरी विज्ञान महाविद्यालय में मेरिट के आधार पर ५ अतिरिक्त सिटों पर प्रवेश की अनुमति।

व्यक्ति के अधिकार एवं निशक्तता एक्ट २०१६ में निर्देशित बिन्दुओं को विश्वविद्यालय परीक्षाओं हेतु समग्र रूप से अपनाने पर सहमति।

विश्वविद्यालय के पी.जी. विद्यार्थियों द्वारा समर्पित शोध ग्रन्थों की मौलिकता तय करने हेतु प्लेगीयारिजम रिपोर्ट की अनिवार्यता एवं इस हेतु प्रस्तावित नियमों का अनुमोदन।

विश्वविद्यालय द्वारा संस्थागत विकास हेतु वेस्टर्न सिडनी युनिवर्सिटी आस्ट्रेलिया के साथ २७-११-२०१८ को एम.ओ.यू. किया गया था। इसके अन्तर्गत हाल ही मे डॉ. अजय शर्मा, अधिष्ठाता अभियान्त्रिकी महाविद्यालय एवं डॉ. एस.के. शर्मा क्षेत्रिय अनुसंधान निदेशक ने आस्ट्रेलिया का दौरा कर फैकल्टी एवं विद्यार्थियों के अकादमिक आदान प्रदान का मसौदा तय किया। इसके अन्तर्गत माननीय कुलपति जी ने क्लाईन्ट बेस्ड स्टडी करने की सलाह दी। इस एम.ओ.यू. के अन्तर्गत एक अन्तराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन करने एवं ३ वर्षीय दोहरी उपाधि पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने का अनुमोदन भी किया गया।

विश्वविद्यालय में अधिष्ठाता डेयरी महाविद्यालय के प्रस्ताव पर महाविद्यालय का नाम डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय किये जाने का अनुमोदन किया गया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के संशोधित फीस स्ट्रक्चर का अनुमोदन भी किया गया।

 


Source :
This Article/News is also avaliable in following categories : Udaipur News
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like