उदयपुर। राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय पूर्व कुलपति प्रो. एस.एल. मेहता ने कहा कि आमजन को प्रतिदिन पौष्टिक भोजन करना चाहिये जिसमें ३० प्रतिशत दालें एवं ७० प्रतिशत खाद्यान्न हो।
वे आज विज्ञान समिति के नवनिर्मित वातानुकूलित सभाकक्ष में आयेाजित पोष्टिकतायुक्त खाद्य पदार्थ एवं कृषक आमदनी विषय पर बोल रहे थे। उन्हने यह भी बताया कि कृषकों की आय को किस प्रकार दुगना किया जा सकता है। इन दोनों पदार्थों के साथ भरपूर मात्रा में फल, सब्जी का उपयोग करें जिससे संतुलित आहार प्राप्त हो सकें। कृशकों की आय दुगुनी करने के लिए उन्नत किस्म के बीज, पानी का सही उपयोग, बागवानी, मुर्गी तथा बकरी पालन तथा उत्पाद की उचित बिक्री व्यवस्था होनी चाहिए। यह कार्यक्रम इंजि. ललित बक्षी के १०वें स्मृति व्याख्यानमाला के अंतर्गत आयोजित किया गया। समारोह में नोएडा के केंसर विशेषज्ञ डॉ. जलज बक्षी बतौर विशिष्ठ अतिथि कैंसर की भ्रांतिओं को दूर करने के उपाय बतायें। उन्होंने बताया कि कसर रोग दूर करने अनेक पद्धतियां हैं उसमें सर्वश्रेश्ठ सर्जरी है जिसमें रोगी रोग से शीघ्र स्वस्थ हो जाता है।
सभा की अध्यक्षता संस्थापक अध्यक्ष डॉ. के एल कोठारी ने की। इस अवसर पर अध्यक्ष डॉ. एल एल धाकड ने प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत किया। सभा का संचालन डॉ. के पी.तलेसरा ने किया। धन्यवाद प्रबुद्ध चिंतन प्रकोष्ठ के संयोजक मुनीष गोयल ने ज्ञापित किया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।