उदयपुर / जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के श्रेय भारती सामुदायिक केन्द्र साकरोदा पर आयोजित सात दिवसीय जीवन कौशल व हाउस किपिंग प्रशिक्षण के समापन पर अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने उपस्थित महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति पढा लिखा न हो और यदि उसमें किसी कार्य को करने का हुनर हो तो वो अपना व अपने परिवार का भरण पोषण आसानी से कर सकता है। यदि किसी के पास डिग्री है और उसके पास किसी कार्य में दक्षता नही है तो वह कुछ नही कर सकता है इसलिए व्यक्ति को पढाई के साथ साथ किसी एक कार्य में दक्ष होना आवश्यक है। विशिष्ठ अतिथि तमिलनाडु के प्रो. रोचीन चन्द्रा, कुल प्रमुख भंवरलाल गुर्जर, निदेशक प्रो. मंजू मांडोत, डॉ. संजीव राजपुरोहित, राकेश दाधीच ने भी अपने विचार व्यक्त किये। प्रो. मंजू मांडोत ने बताय कि महिला अपराध पर एक दिवसीय कार्यशाला का भी आयोेजन किया गया। समारोह में अतिथियों द्वारा सात दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने वाले प्रतिभागियों का प्रमाण पत्र वितरित किए गए।