उदयपुर / चिकित्सा विभाग की ओर से आयोजित सघन दस्त पखवाड़ा कार्यक्रम को लेकर विभिन्न विभागों के साथ बैठक शुक्रवार को अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) संजय कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. दिनेश खराड़ी, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. रागिनी अग्रवाल सहित शिक्षा, पेयजल, सिंचाई, महिला एवं बाल विकास के मुख्य पदाधिकारी मौजूद रहे। एडीएम सिटी ने बताया कि रिपोर्ट प्रतिदिन की जायेगी। उन्होंने समुदाय में जागरूकता तथा प्रत्येक विभाग अपनी-अपनी जिम्मेदारियांे का पूर्ण वहन करने के साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देश दिये है कि आशा अपने समय पर पूर्ण जिम्मेदारी से कार्य करें। पीएचईडी विभाग को पानी के सेम्पल की जांच करने के निर्देश दिए गए।
इस बैठक में अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. रागिनी अग्रवाल ने बताया कि 28 मई से 9 जून तक यह कार्यक्रम चलाया जायेगा तथा हर वर्ष विगत पांच वर्षो से हर वर्ष हस कार्यक्रम को चलाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की बाल मृत्यु दर को रोकना है।
यह होंगी गतिविधियां
उन्होंने बताया कि हमारे देश में 10 प्रतिशत मृत्यु इसी कारण से हुई है। जिन परिवारांे की आर्थिक स्थिति कमजोर होती है अक्सर उन्हीं में यह मृत्यु दर ज्यादा होती है। ओआरएस का घोल इसका जीवन रक्षक माना गया है। ओआरएस घोल के साथ जिंक की गोली भी दी जाती है। छोटे-बच्चों को दिन में दो बार गोली दी जाती है। इसमे मुख्य रूप से आशाओं को घर-घर जाकर ओआरएस के घोल का वितरण किया जाना है तथा गोल को बनाने का तरीका, हाथ धोने का तरीका भी आशाओं द्वारा सिखाया जायेगा। स्कूल के बच्चों को मिड डे मिल से पहले हाथ धोने का महत्व बताया जायेगा।